कोलकाता में डॉक्टर से रेप और हत्या के बाद से पश्चिम बंगाल फिलहाल देश की राजनीति के केंद्र में है. राजनीतिक दल एक-दूसरे पर ना सिर्फ आरोप लगा रहे हैं, बल्कि अब धमकी के लहजे में भी बात हो रही है. बीजेपी के बंद और आरोप से भड़कीं सीएम ममता बनर्जी ने चेतावनी दी है कि ‘याद रखें अगर बंगाल जला तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी चुप नहीं रहेगा.’
ममता बनर्जी ने कोलकाता की एक रैली में केंद्र सरकार और BJP पर निशाना साधते हुए कहा, “कुछ लोग अपनी पार्टी की मदद से बंगाल में आग लगा रहे हैं. माहौल बिगाड़ रहे हैं. याद रखिए… बंगाल में अगर आग लगाएंगे, तो असम भी नहीं बचा रहेगा. बंगाल अगर जलेगा, तो असम, बिहार, झारखंड, यूपी, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे. नॉर्थ ईस्ट भी चुप नहीं रहेगा. यूपी-बिहार भी चुप नहीं रहेगा.”
केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए सीएम ने कहा, “बंगाल के गरीब लोग ढाकी, धामसा मादोल, आदिवासी नृत्य, लोक शिल्पी और बाउल से रोजगार करते हैं. इससे उनका घर चलता है. लेकिन केंद्र सरकार ने इन्हें बंद कर दिया है. ये हम नहीं होने देंगे. हम पीएम की कुर्सी हिला देंगे.”
Kolkata: CM Mamata Banerjee says, "Remember if Bengal is burned, then Assam, Bihar, Jharkhand, Odisha, and Delhi will also be burned" pic.twitter.com/zwg8ZOnR9p
— IANS (@ians_india) August 28, 2024
ममता ने कहा कि बंगाल और बांग्लादेश की संस्कृति एक है. कई लोग बंगाल को बांग्लादेश समझ रहे हैं. याद रखिएगा कि अगर बंगाल में आग लगाने की कोशिश की तो पूरे देश में आग लगेगी.
बुधवार को 12 घंटे के बंद के आह्वान के लिए भाजपा पर तीखा हमला करते हुए सीएम ने कहा, “उन्होंने बंद का आह्वान किया, क्योंकि वे एक शव से राजनीतिक लाभ चाहते थे. भाजपा एक युवती की मौत के मद्देनजर आम लोगों की भावनाओं का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है. वे बंगाल को बदनाम करना चाहते हैं और घटना की जांच को पटरी से उतारने की साजिश रच रहे हैं, ताकि पीड़िता और उसके परिवार को न्याय न मिले.”
बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीजेपी एआई का इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर साइबर अपराध कर रही है, जिससे सामाजिक अशांति पैदा हो रही है.
मुख्यमंत्री ने ‘नबान्न अभियान’ के दौरान हिंसा का मुकाबला करने के लिए पुलिसकर्मियों की सराहना करते हुए कहा, “पुलिस ने उन भाजपा समर्थित संगठनों के उकसावे के बावजूद संयम से काम लिया, जो हत्या करना चाहते थे. उन पर हुए हमलों में शारीरिक चोटें लगने और खून बहने के बावजूद पुलिस उकसावे का शिकार नहीं हुई.”
उन्होंने रैली में कहा, “डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा कोलकाता पुलिस से अपने हाथ में लिए हुए 16 दिन बीत चुके हैं. न्याय कहां है?”
ममता ने कहा कि मैं प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों से आग्रह करती हूं कि वे अब काम पर लौट आएं, हम उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेंगे. डॉक्टर पिछले 20 दिनों से हड़ताल पर हैं.
उन्होंने कहा, “चिकित्सकों के इस मुद्दे के प्रति शुरू से ही मेरी सहानुभूति रही है, क्योंकि वे अपनी सहकर्मी के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं. घटना के इतने दिन बीत जाने के बावजूद हमने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. हम आपका दर्द समझते हैं, लेकिन कृपया अब काम पर लौट आएं, क्योंकि मरीज परेशान हैं.”
उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार के पास शक्ति होती, तो हम डॉक्टर की हत्या के आरोपियों को सात दिन के भीतर फांसी की सजा दिलाते.