कोलकाता रेप-मर्डर मामले से संबंधित आरजी कर मेडिकल सेंटर और अस्पताल से जुड़े कथित वित्तीय घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) बंगाल की राजधानी में तलाशी अभियान चला रही है. संदीप घोष के पिता के घर सहित कई ठिकानों पर रेड चल रही है. अधिकारियों ने बताया कि कोलकाता में वित्तीय निगरानी संस्था द्वारा जिन 4 जगहों पर छापेमारी की जा रही है, उनमें से दो ठिकाने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के हैं.
इसके अलावा जांच एजेंसी दो अन्य जगहों पर भी छापेमारी कर रही है, यह जगहें शहर के लेकटाउन और ताला इलाके में हैं, जहां एक मेडिकल आपूर्तिकर्ता का कार्यालय और एक मेडिकल आपूर्ति विक्रेता का आवास स्थित है.
पिछले दिनों ईडी ने इसी मामले में सूबे के हावड़ा, सोनारपुर और हुगली में कई जगहों पर छापेमारी की थी. करीब दो हफ्ते पहले केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में कथित वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ केस दर्ज किया था.
यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एफआईआर के आधार पर दर्ज किया गया है, जिसमें 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या की जांच के सिलसिले में डॉ. संदीप घोष का नाम शामिल है. FIR में CBI ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय हेरफेर के संबंध में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के साथ-साथ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और बेईमानी का आरोप लगाया है.
डॉ. संदीप घोष, फरवरी 2021 से सितंबर 2023 तक आरजी कर अस्पताल के प्रिंसिपल के रूप में कार्यरत थे, हालांकि, उनका अक्टूबर 2023 में ट्रांसफर कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने एक महीने के अंदर ही हॉस्पिटल में अपनी भूमिका फिर से शुरू कर दी.
वो ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए क्रूर रेप और हत्या के दिन तक इस पद पर बने रहे. 2 सितंबर को सीबीआई ने भ्रष्टाचार के एक मामले में डॉ. घोष को गिरफ्तार किया और बाद में उन्हें जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया गया.