पश्चिम बंगाल के कस्बा स्थित कलकत्ता लॉ कॉलेज में छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले में तृणमूल कांग्रेस नेताओं की विवादित टिप्पणी से राज्य में बवाल मचा हुआ है. पहले सांसद कल्याण बनर्जी और बाद में विधायक और पूर्व मंत्री मदन मित्रा ने विवादास्पद टिप्पणी की थी. पार्टी नेताओं की विवादित टिप्पणी पर ममता बनर्जी ने नाराजगी जताई और ममता बनर्जी के निर्देश पर प्रदेश तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष सुब्रत बक्शी ने मदन मित्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया. वहीं, कल्याण बनर्जी ने अपना सुर बदलते हुए कहा कि आरोपी को कानून के अनुसार फांसी होगी ही. यदि नहीं तो लैंप पोस्ट से लटका कर उसे गोली मार देनी चाहिए.
कस्बा गैंग रेप मामले पर तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी की टिप्पणी उनकी पिछली टिप्पणियों से 180 डिग्री बदल गई है. श्रीरामपुर में कल्याण बनर्जी ने कहा, “जो कोई भी अपनी सहकर्मी के साथ इस तरह बलात्कार कर सकता है, उसे फांसी पर लटका देना चाहिए. फांसी के अलावा कोई जगह नहीं है.”
हालांकि कल्याण बनर्जी ने एक दिन पहले कहा था, “सुरक्षा ही सबकुछ हैस लेकिन अगर कोई दोस्त अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बलात्कार करे तो बताइए सुरक्षाकर्मी क्या करेंगे! क्या कॉलेज के अंदर पुलिस होगी?” उनकी टिप्पणियों पर तीखी बहस शुरू हो गयी थी. पार्टी ने एक बयान जारी कर कहा था कि वह किसी भी तरह से इस टिप्पणी का समर्थन नहीं करती है.
दोषी को लैंप पोस्ट से बांधकर गोली मार दें…कल्याण बनर्जी
उन्होंने नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाते हुए कहा, “कुछ गैरजिम्मेदार लोग नेता बनकर बैठे हैं. इसी वजह से महिलाओं पर इस तरह अत्याचार हो रहे हैं और ऊपर बैठे नेताओं को कुछ पता ही नहीं है. ये दोनों लड़के हमें बदनाम कर रहे हैं. अगर कानून है तो इन्हें फांसी पर लटका देना चाहिए। अगर कानून नहीं है तो इन्हें लैंप पोस्ट से बांधकर गोली मार देनी चाहिए. “
दूसरी ओर, कस्बा गैंगरेप की घटना पर उनकी विवादास्पद टिप्पणी के लिए पार्टी ने पूर्व मंत्री मदन मित्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है. रविवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने मदन को कारण बताओ पत्र भेजा. उनसे तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है. पत्र में कहा गया है कि कस्बा कांड पर मदन की टिप्पणियों से पार्टी की सार्वजनिक छवि को नुकसान पहुंचा है. इसलिए उनसे कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है,
कस्बा स्थित साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज परिसर में एक छात्र पर छात्रा के साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया गया है जिससे राज्य की राजनीति में हलचल मची हुई है, जिन तीन लोगों के खिलाफ पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई है वे तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) के सदस्य हैं. इस घटना के बाद तृणमूल कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर घोषणा की कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी, लेकिन मदन मित्रा ने शनिवार को विवादास्पद टिप्पणी की थी.
मदन मित्रा को कारण बताओ नोटिस
उन्होंने कहा कि छात्रा को अकेले कॉलेज नहीं जाना चाहिए था. विधायक ने सवाल किया कि वह अकेले क्यों गई? तृणमूल ने उसी रात एक बयान जारी कर इस टिप्पणी का विरोध किया. कहा था कि मदन मित्रा की टिप्पणियां ‘व्यक्तिगत’ थी. पार्टी इसका समर्थन नहीं करती है.
रविवार को मदन मित्रा भेजे गए कारण बताओ पत्र में कहा गया है, “कोलकाता के कस्बा इलाके में एक लॉ छात्रा के खिलाफ बहुत ही जघन्य और दुखद घटना घटी है. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने क्रूर अत्याचार की इस अत्यंत संवेदनशील एवं दुखद घटना पर विशेष खेद व्यक्त किया है. इस घटना की कड़ी निंदा की गई है. प्रशासन वश्यक कदम उठा रहा है.”
नोटिस में कहा गया, “अपराधियों की शीघ्र पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले पर आपकी अवांछित, अनावश्यक और असंवेदनशील टिप्पणियों से हमारी पार्टी की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचा है. साथ ही, आपकी टिप्पणियां पार्टी के सख्त रुख का खंडन करती हैं. आपको पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने वाले इस व्यवहार के लिए अगले तीन दिनों के भीतर कारण बताने का आदेश दिया जाता है.”