कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और उसके बाद हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मामले में बुधवार की रात हुए हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ के बाद ये केस और ज्यादा उलझ गया है. कोलकाता के इस कांड को सुलझाने के लिए CBI की टीम जुट गई है और पूछताछ की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. गुरुवार को जहां एक ओर CBI ने मृतका ट्रेनी डॉक्टर के तीन बैचमेट्स से पूछताछ की तो वहीं, टीम आरजी कर मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल सुरहिता पॉल को आगे की पूछताछ के लिए CGO कॉम्प्लेक्स भी ले गई. उधर, इन बड़े घटनाक्रमों के बीच, IMA ने देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है. इससे पहले दिन में FORDA (फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन) ने भी हड़ताल का ऐलान किया है.
Press Release – 2, Dated 15.08.2024 pic.twitter.com/LcWQtRmK9x
— Indian Medical Association (@IMAIndiaOrg) August 15, 2024
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) ने 17 अगस्त को देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है. कोलकाता में महिला डॉक्टर की हत्या को लेकर IMA हड़ताल करेगा. IMA ने अस्पतालों को सेफ जोन घोषित करने के साथ ही सरकार से सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट को तुरंत लागू करने की मांग की है. कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बुधवार रात हुई हिंसा को लेकर भी IMA प्रदर्शन करेगा. शनिवार 17 अगस्त को सुबह 6 बजे से रविवार 18 अगस्त को सुबह 6 बजे तक 24 घंटे तक सभी सेवाएं बंद रहेंगी.
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन सबूतों से छेड़छाड़ कर रहा है. उन्होंने वीडियो शेयर कर कहा- सेमिनार हॉल में तोड़फोड़ की गई है. बता दें, इससे पहले भी FORDA (फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन) ने हड़ताल बुलाई थी, जिसका असर देशभर के अस्पतालों में दिखा था, लेकिन RG Kar अस्पताल में बुधवार रात हुई हिंसा और तोड़फोड़ के FORDA ने फिर से हड़ताल का फैसला लिया है. FORDA की ओर से कहा गया है कि, सरकार काम के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर पा रहे हैं. इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही विफल रही हैं, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं.
सरकार हमारी प्रतिबद्धताओं और सेवा को उचित सम्मान नहीं दिला पा रही है, यह उसकी बड़ी विफलता है. FORDA ने कहा कि, हाल के घटनाक्रम की गंभीरता और न्याय की मांग को देखते हुए, हमने तुरंत प्रभाव से हड़ताल फिर से शुरू करने का फैसला किया है. इसके लिए हम रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) के साथ काम कर रहे हैं और अन्य स्टेकहोल्डर्स के साथ काम कर रहे हैं.
CBI ने गुरुवार को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या के मामले में तीन बैचमेट्स से पूछताछ की. ये वही बैचमेट्स हैं जो उस रात ड्यूटी पर थे जब यह दुखद घटना घटी थी. सूत्रों के अनुसार, CBI की टीम ने कई घंटे तक इन डॉक्टरों से पूछताछ की, ताकि मामले की तह तक पहुंचा जा सके. यह पूछताछ तब की गई जब डॉक्टर की हत्या से संबंधित जांच के तहत नए सबूत और जानकारी सामने आई थी.
पुलिस के अनुसार, विरोध प्रदर्शन की आड़ में लगभग 40-50 लोगों के एक समूह ने बुधवार देर रात अस्पताल परिसर में घुसकर तोड़फोड़ की. इससे स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. पुलिस ने हिंसा पर काबू पाने के लिए आंसू गैस छोड़ी और लाठीचार्ज किया. इस हिंसक घटना ने अस्पताल में भय और अराजकता का माहौल बना दिया है. यह घटना तब हुई जब डॉक्टर की हत्या के विरोध में महिलाओं का एक समूह ‘रिक्लेम द नाइट’ अभियान के तहत आधी रात को सड़कों पर उतर आया. उन्होंने अस्पताल परिसर में एकत्र होकर अपने आक्रोश का प्रदर्शन किया.
सीबीआई की टीम ने घंटों की लंबी पूछताछ के बाद आरजी कर मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल सुरहिता पॉल को आगे की पूछताछ के लिए CGO कॉम्प्लेक्स ले गई. यह कार्रवाई मामले की गहराई से जांच करने और संबंधित व्यक्तियों से अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए की गई. केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज पहुंचकर प्रदर्शनकारी छात्रों से भी मुलाकात की. उन्होंने छात्रों को आश्वासन दिया कि इस मामले की निष्पक्ष और गहन जांच की जाएगी, ताकि दोषियों को न्याय के कठघरे में लाया जा सके.
इस घटना और उसके बाद के हंगामे ने कोलकाता के चिकित्सा समुदाय में हलचल पैदा कर दी है, और सभी की निगाहें अब CBI की जांच पर टिकी हैं. डॉक्टर और छात्र न्याय की मांग कर रहे हैं, जबकि सीबीआई इस मामले को सुलझाने में जुटी हुई है.
12 आरोपियों की अब तक हो चुकी है गिरफ्तारी
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में तोड़फोड़ के मामले में गुरुवार शाम को तीन और आरोपियों को अरेस्ट किया गया है, लिहाजा पुलिस ने अबतक 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को अदालत में पेश किया गया और 22 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
तोड़फोड़ की घटना के बाद डॉक्टर्स में आक्रोश
मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में तोड़फोड़ की घटना के बाद डॉक्टर्स में आक्रोश है, गुरुवार को डॉक्टर्स ने अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. डॉक्टरों ने प्रशासनिक भवन को घेर लिया. साथ ही प्रिंसिपल और अधीक्षक को इमारत से बाहर नहीं निकलने दिया. प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के बारे में अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा. इसके अलावा अस्पताल की नर्सों ने भी विरोध प्रदर्शन किया.