फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने आज मंगलवार 13 अगस्त से देशव्यापी विरोध और OPD और वैकल्पिक सेवाओं को बंद करने का आह्वान किया है. यह विरोध 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला स्नातकोत्तर प्रशिक्षु (PGT) डॉक्टर के यौन उत्पीड़न और हत्या के बाद किया गया है.
We Stand with Protesting Doctors all Over India !
We calls Doctor all over nation to Join this Protest from Tomorrow onwards !We want Justice!#Nirbhaya2.0
Twitter Storm – 11 AM -13/08/2024,,#MedTwitter@ANI @AmitShah @JPNadda @MamataOfficial @WBPolice @PTI_News @aajtak pic.twitter.com/XUPP4vQrnI— FAIMA Doctors Association (@FAIMA_INDIA_) August 12, 2024
FAIMA ने X पर पोस्ट किया, ‘हम पूरे भारत में विरोध कर रहे डॉक्टरों के साथ खड़े हैं! हम पूरे देश के डॉक्टरों को आज से इस विरोध में शामिल होने का आह्वान करते हैं! हम न्याय चाहते हैं!’
इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिखकर महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत की घटना के संबंध में तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है. IMA ने मामले की निष्पक्ष और गहन जांच की मांग की है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए. साथ ही, एसोसिएशन ने उन परिस्थितियों की विस्तृत जांच की मांग की है, जिनके कारण ऐसा अपराध हुआ.
JRDA stands in solidarity with other RDAs across the country.
Jipmer doctors to go for strike by shutting down all elective OPDs and other procedures to show our support in Kolkata doctor resident issue. Emergency services will be functioning as usual.
Strike starts by 6.00 AM pic.twitter.com/EnViQt8zLd
— JIPMER Resident Doctors Association (@JipmerRDA) August 12, 2024
IMA ने तत्काल सुधारों की आवश्यकता पर जोर देते हुए यह अनुरोध किया कि कार्यस्थल पर डॉक्टरों, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाएं.
इधर, कोलकाता हाई कोर्ट में तीन जनहित याचिकाएं दायर की गई हैं, जिसमें मांग की गई है कि जांच CBI को सौंपी जाए. मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगनम की अगुवाई वाली एक खंडपीठ आज मंगलवार को इन जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करेगी.