राजस्थान: कोटा शहर में किराए को लेकर हुए एक विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. बोरखेड़ा थाना क्षेत्र के सर्वोदय नगर में 26 जून 2025 की रात पत्थर स्टॉक मालिक और उसके सहयोगियों ने एक आरसीसी ठेकेदार, उसके भाई और मजदूर पर लोहे की पाइप से जानलेवा हमला कर दिया. इस मामले में कोटा शहर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 8 जुलाई की रात तीन आरोपियों स्वामी सिंह, रामस्वरूप और महावीर को गिरफ्तार कर लिया है.
फरियादी ने पुलिस को बताया कि वह रामस्वरूप नायक के ट्रैक्टर-ट्रॉली को किराए पर लेकर बांदा गांव से निर्माण सामग्री ला रहा था. जब वह रात 9 बजे बोरखेड़ा की नहर के पास स्थित स्टॉक पर सामान उतारने पहुंचा, तो रामस्वरूप, उसके पुत्र स्वामी सिंह और अन्य लोगों ने सामान उतारने से मना कर दिया और दोगुना किराया मांगा. इस पर विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपियों ने फरियादी, उसके भाई सुरेंद्र और अन्य साथियों पर लोहे के पाइप से हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए.
इस हमले को लेकर थाना बोरखेड़ा में FIR संख्या 215/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 115(2), 120(2), 109(1), 110, 117(2) और 2(5) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया. कोटा शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन (IPS) ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम गठित की. इस टीम का नेतृत्व डीएसपी लोकेन्द्र पायात ने किया, जो वर्तमान में वृत्त पंचम के प्रभारी हैं.
जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों की पहचान कर उन्हें धरदबोचा. इसमें तीन आरोपी स्वामी सिंह, पुत्र रामजी नायक (उम्र 28), निवासी अंबिका आवास, बोरखेड़ा, दूसरा आरोपी रामस्वरूप, पुत्र रामुजी नायक (उम्र 50), निवासी अंबिका आवास, बोरखेड़ा और तीसरा आरोपी महावीर, पुत्र रामुजी बैरवा (उम्र 52), निवासी बाम निमोदा, हाल किराएदार, सर्वोदय नगर, कोटा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.