कोटा: पुलिस ने एक सनसनीखेज अपहरणकांड का पर्दाफाश करते हुए महाराष्ट्र से अपहृत दो व्यापारियों को सुरक्षित मुक्त कराया है. गिरोह के बदमाश अपहरण के बाद पीड़ितों को पिस्टल की नोक पर धमकाकर महिला के साथ अश्लील वीडियो बनाते और उसे वायरल करने की धमकी देकर मोटी फिरौती वसूलते थे. इस कार्रवाई में पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 2 देशी पिस्टल और 1 जिंदा कारतूस बरामद किया है.
शहर पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि अपराधियों पर नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे नाकाबंदी अभियान के तहत यह बड़ी सफलता मिली. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी की सुपरविजन, वृत्ताधिकारी वृत्त द्वितीय गंगासहाय शर्मा के निर्देशन और रेलवे कॉलोनी थाना अधिकारी रामस्वरूप मीणा के नेतृत्व में टीम ने यह कार्रवाई की.
पीड़ित व्यापारी जयेश पुत्र चन्द्रकान्त दत्ताणी (पोरबंदर) और पाण्ड्या हिम्मत भाई (भावनगर) महाराष्ट्र के मलकापुर (जिला बुलडाना) में निवासरत थे और वहां राजडीप ल्यूब्रिकेंट कम्पनी का संचालन कर रहे थे. 18 सितंबर की सुबह करीब 7.30 बजे 5 हथियारबंद बदमाश उनके घर में घुसे और पिस्टल-चाकू की नोक पर दोनों व्यापारियों को बंधक बना लिया.
रस्सियों से हाथ-पाँव और मुंह बांधकर बदमाश उन्हें टवेरा व उनकी वरना कार में डालकर अमरावती (महाराष्ट्र) ले गए. वहां फार्महाउस पर जयेश को पिस्टल की नोक पर गिरोह में शामिल महिला के साथ आपत्तिजनक वीडियो बनाने के लिए मजबूर किया गया. इसके बाद 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई. रकम पूरी न होने पर सौदा 12 लाख रुपये में तय किया गया.
बदमाशों ने पीड़ितों को मारने और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर कम्पनी मालिक जयदीप गिड्डा (सूरत) से फिरौती की मांग की. तीन साथी रकम लेने गए जबकि आरोपी मोहम्मद जुनेद और नेहाल अहमद पीड़ितों को लेकर कार से महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान होते हुए कोटा तक आ पहुंचे.
कोटा पहुंचते ही रेलवे कॉलोनी थाना और जिला स्पेशल टीम ने कार्रवाई करते हुए दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया और पीड़ित व्यापारियों को सुरक्षित छुड़ा लिया.