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SLR, AK-47 और RPG लेकर CRPF कैंप पर हमला करने आए थे कुकी उग्रवादी, जिरीबाम एनकाउंटर की जानिए हर एक डिटेल

मणिपुर के जिरीबाम जिले में सुरक्षाबलों के साथ एनकाउंटर में 11 कुकी उग्रवादी मारे गए हैं. पुलिस के अनुसार, छद्म वर्दीधारी उग्रवादी अत्याधुनिक हथियारों से लैस होकर आए और सबसे पहले बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन पर हमला किया. उसके बाद सशस्त्र उग्रवादियों ने जकुराधोर में स्थित सीआरपीएफ कैंप में हमला बोल दिया. सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की और कुकी उग्रवादियों को ढेर कर दिया. घटना के बाद तनाव फैल गया और कुकी उग्रवादियों ने जकुराधोर में मैतेई समुदाय के तीन-चार खाली पड़े घरों में आग लगा दी. पुलिस का कहना है कि बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन के रिलीफ कैंप में ठहरे पांच लोगों के ‘गायब’ होने की खबर है. उनकी तलाश की जा रही है. हमलावरों को खदेड़ने के लिए असम राइफल्स, सीआरपीएफ और सिविल पुलिस की टीमें तलाशी अभियान चला रहीं हैं.

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पुलिस के मुताबिक, कुकी उग्रवादियों ने दोपहर करीब 3.30 बजे सीआरपीएफ कैंप पर हमला बोला और अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाला और करीब 45 मिनट तक जबरदस्त एनकाउंटर चला. CRPF के दो जवान भी जख्मी हुए हैं. इनमें एक की हालत गंभीर बताई गई. सुरक्षा बलों द्वारा पहाड़ी और घाटी जिलों के संवेदनशील इलाकों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. NH-37 और NH-2 पर जरूरी सामान ले जाने वाले वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित की गई है. सभी संवेदनशील स्थानों पर सख्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं.

पुलिस का कहना था कि वाहनों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए संवेदनशील हिस्सों में सुरक्षा काफिला उपलब्ध कराया जा रहा है. पुलिस ने बताया कि मणिपुर के विभिन्न जिलों में पहाड़ी और घाटी दोनों में कुल 109 नाके/ चेकपॉइंट बनाए गए हैं.

1. कौन-कौन हथियार बरामद हुए

हमले की घटना के बाद इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिले में आगजनी और बवाल की घटनाएं देखी गईं. हमलावर उग्रवादी आधुनिक हथियार लेकर आए थे. उनके कब्जे से 4 SLR, 3 AK-47, 2 इंसास, 1 रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG), 1 पंप एक्शन गन, बीपी हेलमेट और मैगजीन समेत अन्य हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है. घटना के बाद से मणिपुर में तनाव की स्थिति बनी हुई है. कुकी संगठन ने आज सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक बंद बुलाया है. फिलहाल, जिरीबाम जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है.

2. उग्रवादियों ने दुकानों और घरों में लगा दी आग

उग्रवादियों ने बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन और सीआरपीएफ कैंप के अलावा जकुराडोर करोंग बाजार में और उसके आसपास कई दुकानों और घरों में आग लगा दी. घटना के बाद इम्फाल घाटी में कई जगहों पर हिंसा की सूचनाएं मिली और कुकी-मैतेई समुदाय के सशस्त्र समूहों के बीच गोलीबारी हुई.

3. इंफाल पश्चिम और पूर्वी जिले के गांवों में हिंसक झड़पें

अधिकारियों ने बताया कि शाम को इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्वी जिलों के विभिन्न गांवों में भी हिंसक झड़पें हुई हैं. उग्रवादियों ने कथित तौर पर कांगपोकपी जिले की पहाड़ियों से इंफाल पश्चिम में कौट्रुक के निचले इलाकों में गोलीबारी की. इस पर सशस्त्र ग्रामीण वॉलिंटिर्य ने जवाबी कार्रवाई की. जिले के कांगचुप इलाके में उग्रवादियों ने कुछ खाली छोड़े गए घरों और कुछ अन्य स्ट्रक्चर्स में आग लगा दी.

4. बम के छर्रे लगने से दो ग्रामीण घायल

बम के छर्रे लगने से दो लोग घायल हो गए, जिनकी पहचान फुरित्साबम देवानंद और निंगोम्बम रोमेश के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि कांगचुप से करीब 4 किमी दूर फुमलू कामेंग के एक आवासीय इलाके में एक मोर्टार शेल गिरने के बाद दहशत फैल गई. इंफाल पूर्वी जिले के चानुंग और थमनापोकपी इलाकों से भी गोलीबारी की घटनाएं सामने आईं.

5. छद्म वर्दी पहनकर आए थे कुकी उग्रवादी

अधिकारियों ने बताया कि कुकी उग्रवादी जब सीआरपीएफ कैंप पहुंचे तो छद्म वर्दी पहन हुए थे. उनके हाथों में अत्याधुनिक हथियार थे और बड़े हमले का प्लान बनाकर आए थे. यही वजह है कि हमलावरों ने पहले बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन पर हमला किया. वहां पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की और खदेड़ भगाया तो उसके बाद कुछ दूर स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हमला किया गया. सुरक्षा बलों के साथ एनकाउंटर में 11 उग्रवादी मारे गए हैं.

6. अब उग्रवादियों के खात्मे के लिए चलाया जा रहा अभियान

मणिपुर पुलिस ने एक्स पर लिखा, 11 नवंबर को दोपहर 3 बजे जिरीबाम जिले के जाकुरधोर स्थित सीआरपीएफ पोस्ट और बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन (पास में स्थित) पर सशस्त्र उग्रवादियों ने हमला किया. सुरक्षा बलों ने जोरदार जवाब दिया. हमले में संजीव कुमार नामक एक सीआरपीएफ कांस्टेबल को गोली लग गई और उसे असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया और उसका इलाज चल रहा है. 40-45 मिनट की भारी गोलीबारी के बाद स्थिति को नियंत्रण में लाया गया. गोलीबारी बंद होने के बाद इलाके की तलाशी ली गई और हथियार-गोला-बारूद और सशस्त्र उग्रवादियों के 10 शव बरामद किए गए. बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत जकुरधोर और उसके आसपास सशस्त्र उग्रवादियों के खात्मे के लिए अभियान चल रहा है. असम राइफल्स, सीआरपीएफ और सिविल पुलिस की टीमें वहां भेजी गई हैं.

7. कुकी संगठन ने आज बंद बुलाया

कुकी-ज़ो काउंसिल ने आज बंद का आह्वान किया है. संगठन ने कहा, हमारे जिन साथियों की बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी गई, उनके प्रति सामूहिक दुख और एकजुटता व्यक्त करने के लिए राज्य के पहाड़ी इलाकों में मंगलवार सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक पूर्ण बंद का आह्वान किया गया है. संगठन ने आगे कहा, हमारे बहुमूल्य विलेज वॉलिंटियर्स की हत्या ना सिर्फ उनके परिवारों के लिए, बल्कि पूरे कुकी-जो समुदाय के लिए एक गहरा झटका है. कुकी-जो शांति, न्याय और सुरक्षा के लिए इस संघर्ष में एकजुट हैं. हम आज हुई हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए तत्काल और गहन जांच की मांग करते हैं.

8. इंफाल घाटी में रुक-रुक कर हो रही हिंसा

अधिकारियों का कहना है कि पिछले दो-तीन दिनों से इंफाल घाटी में रुक-रुक कर हिंसा हो रही है और जिरीबाम की घटना ने माहौल में तनाव बढ़ा दिया है. पुलिस ने बताया कि सुबह इंफाल पूर्व के यिंगांगपोकपी शांतिखोंगबन इलाके में खेतों में काम कर रहा एक किसान उस समय घायल हो गया जब उग्रवादियों ने कांगपोकपी की पहाड़ियों से गोलीबारी शुरू कर दी. हमलों से धान की फसल की कटाई प्रभावित हो रही है. घाटी के आसपास कई किसान खेतों में जाने से डर रहे हैं.

9. राहत शिविर से ‘गायब’ हो गए पांच लोग

अधिकारियों ने बताया कि बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन के परिसर में स्थित राहत शिविर में रहने वाले पांच लोग लापता हो गए हैं. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि उग्रवादियों ने इन नागरिकों का अपहरण कर लिया या हमला होने की वजह से यह लोग कहीं छिप गए हैं. उन्होंने कहा कि उनकी तलाश की जा रही है. क्षेत्र में बीएनएसएस की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. अधिसूचना में कहा गया है, कुछ असामाजिक तत्वों की गैरकानूनी गतिविधियों के कारण क्षेत्र में शांति और सार्वजनिक शांति में व्यापक गड़बड़ी या दंगा या किसी झगड़े की आशंका है और मानव जीवन और संपत्तियों को गंभीर खतरा है.

10. बोरोबेकरा इलाके में जून के बाद बढ़ गया तनाव

बोरोबेकरा उपमंडल में जून के बाद से हिंसा की कई घटनाएं देखी गई हैं. पिछले हफ्ते ज़ैरोन हमार गांव पर सशस्त्र उग्रवादियों के हमले के दौरान एक 31 वर्षीय महिला की मौत हो गई थी. पिछले साल मई से इंफाल घाटी स्थित मैतेई और निकटवर्ती पहाड़ी स्थित कुकी-ज़ो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं.

जातीय रूप से विविधता के रूप में पहचाने जाने वाला जिरीबाम इंफाल घाटी और आसपास की पहाड़ियों में झड़पों से काफी हद तक अछूता था, लेकिन इस साल जून में एक खेत में एक किसान का क्षत-विक्षत शव पाए जाने के बाद यहां हिंसा की घटनाएं देखी जा रही हैं.

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