मुंबई के लालबाग में बप्पा के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ती है. कई बड़े कलाकार हर साल यहां दर्शन करने के लिए जाते हैं. हाल ही में ‘कुमकुम भाग्य’ की एक्ट्रेस सिमरन बुधरूप भी अपनी मां के साथ यहां बप्पा के दर्शन करने पहुंचीं, लेकिन यहां उनके साथ बदसलूकी की गई. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर बताया है कि उनके साथ क्या कुछ हुआ है. सिमरन का ये पोस्ट खूब वायरल हो रहा है.
सिमरन बुधरूप ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते हुए अपना एक्सपीरियंस शेयर किया. वो बताती हैं कि कैसे उनके दर्शन के दौरान चीजें खराब हो गईं. जब वो लाइन में खड़ी थीं तो उनकी मां ने पीछे से उनका वीडियो बनाना शुरू कर दिया. हालांकि, एक कर्मचारी ने उनकी मां के हाथ से फोन छीन लिया और जब उन्होंने उससे अपना फोन वापस लेने की कोशिश की तो उन्हें धक्का दिया गया. सिमरन ने दावा किया है कि इस दौरान उनके साथ भी बहुत बुरा व्यवहार किया गया.
सिमरन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसका एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें एक महिला बाउंसर उनसे बहस करती दिखाई दे रही हैं. जबकि उनकी मां उन्हें दूर खींचने की कोशिश कर रही हैं.
Pandya Store actress #SimranBudharup opens up about a distressing experience during her visit to #LalbaghChaRaja.
She shared on #Instagram: “A man from the organization snatched my mother’s phone while she was taking a picture. When she tried to get it back, he pushed her. I… pic.twitter.com/y84ERLKeOz
— Akassh Ashok Gupta (@peepoye_) September 13, 2024
निराशा जाहिर करते हुए सिमरन ने इस पोस्ट पर लिखा, “लालबाग चा राजा दर्शन करने का मेरा एक्सपीरियंस काफी अनएक्सेप्टेबल रहा है. आज, मैं अपनी मां के साथ आशीर्वाद लेने के लिए लालबाग चा राजा गई, लेकिन वहां मौजूद एक बाउंसर ने तस्वीर क्लिक करते समय मेरी मां का फोन छीन लिया और जब हमने फोन वापस लेने की कोशिश की तो बाउंसर ने बदसलूकी की और मेरी मां को धक्का दे दिया. मैंने रोकने की कोशिश की तो बाउंसरों ने मेरे साथ भी बदसलूकी की. लेकिन जब मैंने उनकी इस हरकत को रिकॉर्ड करना शुरू किया तो उन्होंने मेरा फोन भी छीनने की कोशिश की. जब उन्हें पता चला कि मैं एक एक्ट्रेस हूं तो वो पीछे हट गए. बाउंसर का काम हमारी सेफ्टी करना होता न कि इस तरह किसी के साथ हाथापाई करना.”
आशीर्वाद पाने जाते हैं, लेकिन बदसलूकी होती है
सिमरन बुधरूप ने इस पोस्ट में आगे लिखा, “लोग ऐसी जगहों पर आशीर्वाद पाने और शांति तलाशने जाते हैं. इसके बजाय, हमें अग्रेशन और बदसलूकी का सामना करना पड़ा है. मैं समझती हूं कि भीड़ को कंट्रोल करना काफी मुश्किल है, लेकिन कर्मचारियों की जिम्मेदारी है कि वो बिना किसी दुर्व्यवहार या भक्तों को नुकसान पहुंचाए व्यवस्था बनाए रखें. मैं इस मुद्दे को इसलिए ऐसे शेयर कर रही हूं और उम्मीद करती हूं कि जिससे ऐसे इवेंट को ऑर्गेनाइज करने वाले लोग और कर्मचारी यहां पर आने वाले भक्तों की रिस्पेक्ट करें.