अयोध्या : 29 दिसंबर को अयोध्या के लखनऊ हाईवे स्थित पूरे काशीनाथ में कुर्मी समाज का महाकुंभ आयोजित होगा.इस महाकुंभ में अयोध्या जनपद और आसपास के लाखों कुर्मी समाज के लोग शामिल होंगे.कार्यक्रम का उद्देश्य कुर्मी समाज की राजनीतिक और सामाजिक भागीदारी को लेकर एकजुटता दिखाना है.
कुर्मी समाज का राजनीतिक उपेक्षा का आरोप
कुर्मी नेताओं का कहना है कि समाज की सवा दो लाख से अधिक जनसंख्या होने के बावजूद उन्हें राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर हमेशा हाशिए पर रखा गया है.कुर्मी समाज का सिर्फ उपयोग किया गया, लेकिन अधिकारों से वंचित रखा गया.कुर्मी नेता जय करण वर्मा ने प्रेसवार्ता में कहा कि कुर्मी बिरादरी के लोग अब अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे.
सभी दलों के कुर्मी नेता होंगे शामिल
जय करण वर्मा ने बताया कि इस महाकुंभ में सभी राजनीतिक दलों के कुर्मी नेता शामिल होंगे.समाज के मुद्दों को लेकर हर वर्ग के कुर्मी महाकुंभ में अपनी भागीदारी निभाएंगे.उन्होंने कहा कि इतने बड़े जनसमूह के बावजूद कुर्मी समाज को दरकिनार करना अन्यायपूर्ण है, और यह प्रदर्शन उनके अधिकारों की आवाज बुलंद करेगा.
कुर्मी समाज की शक्ति का प्रदर्शन
फयाराम वर्मा, ब्लॉक प्रमुख तारुन, ने कहा कि कुर्मी महाकुंभ समाज के एकजुट होने और अपनी आवाज उठाने का मंच बनेगा.दिग्विजय पटेल ने भी इस आयोजन को समाज के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताया.
कुर्मी महाकुंभ का महत्व
कुर्मी महाकुंभ का उद्देश्य समाज को एक मंच पर लाकर उनकी मांगों को मजबूती से रखना है.इस आयोजन के जरिए कुर्मी समाज राजनीतिक दलों और सरकार को यह संदेश देना चाहता है कि अब उन्हें नजरअंदाज करना संभव नहीं होगा.
फयाराम वर्मा, ब्लॉक प्रमुख, तारुन ने कहा कि
“कुर्मी महाकुंभ हमारी शक्ति और एकजुटता का प्रदर्शन होगा.समाज को उनका हक दिलाना हमारा उद्देश्य है”