कुरुद: बोल बम सेवा समिति के 250 कांवरियों का जत्था बाबा बैधनाथ धाम के लिए रवाना, 105 किमी पैदल चलकर करेंगे गंगाजल अर्पित

धमतरी: कुरुद की प्रतिष्ठित बोल बम सेवा समिति इस वर्ष अपनी रजत जयंती (25वां वर्ष) मना रही है. बीते 25 वर्षों की परंपरा का निर्वहन करते हुए इस वर्ष भी समिति के 250 कांवरियों का जत्था शनिवार सुबह चंडी मंदिर, कुरुद से आशीर्वाद लेकर बाबा बैधनाथ धाम (देवघर) के लिए रवाना हुआ. कांवरियों के इस पवित्र जत्थे को कुरुद नगर पंचायत अध्यक्ष ज्योति चंद्राकर ने पूजा-अर्चना कर एवं रायपुर में पूर्व मंत्री और विधायक अजय चंद्राकर ने भगवा अंगवस्त्र पहनाकर विदा किया.

कांवरिए 18 घंटे की ट्रेन यात्रा के बाद 105 किमी पैदल चलकर बाबा बैधनाथ और बाबा वासुकीनाथ में गंगाजल अर्पित करेंगे. बोल बम सेवा समिति के अध्यक्ष भानु चंद्राकर ने जानकारी दी कि रजत जयंती वर्ष के विशेष अवसर पर समिति के 100 सदस्य दो विशेष बसों से एवं 150 सदस्य ट्रेन से क्रमशः 12 व 13 जुलाई को यात्रा पर रवाना हुए हैं. चंडी मंदिर, कुरुद में नगर पंचायत ने भव्य स्वागत कर कांवरियों को विदा किया.

गंगा जल लेकर करते हैं कांवर यात्रा प्रारंभ

देवघर पहुंचने के बाद कांवरिए अपना सामान होटल में रखकर बिहार स्थित सुल्तानगंज में गंगा स्नान कर परंपरानुसार जल भरते हैं. इसके बाद सावन के पहले सोमवार को सभी कांवरिए 105 किमी की पैदल यात्रा प्रारंभ कर बाबा बैधनाथ धाम पहुँचते हैं. तीन दिनों की यात्रा के दौरान कांवरिए विभिन्न टोलियों में बंटकर बाबा को एक लोटा जल अर्पित कर मन्नत मांगते हैं.

बैधनाथ के बाद वासुकीनाथ में चढ़ता है दूसरा लोटा जल

बाबा बैधनाथ में जल अर्पण के बाद कांवरिए लगभग 40 किमी दूर स्थित बाबा वासुकीनाथ धाम पहुंचते हैं, जहां वे दूसरा लोटा जल अर्पित करते हैं. मान्यता है कि जब तक बाबा बैधनाथ और बाबा वासुकीनाथ दोनों को जल अर्पित नहीं किया जाता, तब तक कांवर यात्रा पूर्ण नहीं मानी जाती.

रजत जयंती वर्ष में होगा विशेष आयोजन

यात्रा पूर्ण होने के बाद बोल बम सेवा समिति द्वारा कुरुद में सावन महोत्सव के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसमें समिति से जुड़े उत्कृष्ट सेवाकार्य करने वाले सदस्यों और पदाधिकारियों का सम्मान भी किया जाएगा.

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