कुरुद: धमतरी जिले के सिविल अस्पताल कुरुद से एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां डिलवरी के लिए पहुंची एक गर्भवती महिला को अपने निजी फायदे के लिए एक नर्स द्वारा डॉक्टर का फर्जी हस्ताक्षर कर निजी अस्पताल रिफर कर दिया गया. मामला उजागर होने के बाद बीएमओ ने दोषी नर्स को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सिविल अस्पताल कुरूद में विगत दिनों एक स्टॉफ नर्स द्वारा रात्रि में डिलवरी हेतू आई महिला को अस्पताल के एक महिला चिकित्सक के फर्जी हस्ताक्षर कर रिफर कर दिया गया. अस्पताल से किसी भी मरीज को अन्य अस्पताल में चिकित्सक के द्वारा ही रिफर किया जाता है. इस गंभीर लापरवाही के लिए संबंधित नर्स को नोटिस जारी किया गया है. अस्पताल में भर्ती मरीजों ने बताया कि कुछ चिकित्सक और स्टॉफ नर्स रात्रि कालीन ड्यूटी के दौरान अपने आवास में जाकर आराम फर्माते है. जिससे गंभीर मरीजो को उनके आने तक अपनी समस्या के साथ इंतजार करना पड़ता है.
डॉक्टरों का ध्यान निजी प्रैक्टिस पर ज्यादा
नाम न छापने की शर्त में एक कर्मचारी ने बताया कि दिन में भी डाक्टरों का ध्यान अस्पताल में कम अपने सरकारी आवास में संचालित निजी प्रैक्टिस पर अधिक रहता है. कुछ तो अपने घर में ही दवा बेचने का कारोबार शुरू कर दिया है. सरकारी ड्यूटी के समय अस्पताल में बैठ मरीजों को पर्ची लिखकर अपने घर से दवा लेने कहा जा रहा है. बताया गया है कि जिस स्टॉफ नर्स द्वारा फर्जी हस्ताक्षर किया गया है, उनका स्थानांतरण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोर्रा में हुआ है लेकिन उनको अब तक यहाँ पदस्थ रखा गया है जो शासन के निर्देश का अवहेलना है.

एक और मामले को अस्पताल प्रशासन ने छुपाया
पिछले 14-15 सितम्बर की दरमियानी रात को एक युवक महिला वार्ड में चाकू लेकर एक महिला से अश्लील हरकत करने लगा, जिसको लेकर मरीजों ने हंगामा कर दिया. गार्ड ने आरोपी को पीटा भी लेकिन वह पीछे की दीवार फांदकर भाग गया, इस गंभीर मामले पर कार्रवाई करने की जगह अस्पताल प्रशासन ने इस पुरे मामले पर पर्दा डाल दिया. सिविल अस्पताल में इस प्रकार की लापरवाही जग जाहिर है. ऐसी कितनो प्रकार के समस्या से मरीज परेशान होते हैं, कुछ मामले उजागर होते हैं और कई मामलों को दबा दिया जाता है.
गौरतलब हो कि सरकार सरकारी अस्पतालों को कारगर बनाने सरकार लाखों करोड़ों ख़र्च कर रही है, ताकि जरूरतमंद मरीजों का ईलाज सुलभ हो सके. लेकिन सरकारी डाक्टर अस्पताल में कम और अपनी निजी प्रैक्टिस चमकाने में अधिक ध्यान दें रहे हैं. जिसके चलते सिविल हॉस्पिटल कुरुद की व्यवस्था दिनों दिन बदहाल होने लगी है. कभी कोई रात में भर्ती महिला मरीजों को चाकू दिखाकर छेड़छाड़ करता है, तो कभी नर्स ही गर्भवती महिला को प्रायवेट हास्पिटल रवाना कर रही है. जिसे देख लगता है कि यहाँ का प्रशासन पुरी तरह बेकाम हो गया है.
वर्जन- डॉक्टर हेमराज देवांगन, बीएमओ सिविल अस्पताल कुरुद
इस मामले पर संबंधित नर्स को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया, जिसका जवाब उन्होंने दे दी है. जवाब में उन पर लगे आरोप निराधार प्रतीत हो रहे बावजूद उन्हें ड्यूटी के समय सजग रहने व सम्बंधित विभागीय डॉक्टर को इसकी तत्काल सूचना देने की हिदायत दी गई है.
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