-Ad-

कुरुद की एनु बनीं ‘स्कूटी दीदी’: गांव-गांव घूमकर महिलाओं को दे रहीं आत्मनिर्भरता की रफ्तार, कई बार हो चुकीं है सम्मानित

कुरूद: धमतरी जिले के कुरूद विकासखण्ड के ग्राम उमरदा की साधारण लेकिन जुझारू महिला एनु, आज पूरे क्षेत्र में “स्कूटी दीदी” के नाम से पहचानी जाती हैं. एनु ने साबित कर दिखाया कि सपनों को उड़ान देने के लिए पंख नहीं, बल्कि संकल्प और साहस चाहिए. सीमित संसाधनों, सामाजिक रूढ़ियों और आर्थिक चुनौतियों के बावजूद उन्होंने न केवल खुद को आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को भी सशक्त बनाने की दिशा में एक नई राह दिखाई. एनु का जन्म एक सामान्य ग्रामीण परिवार में हुआ, जहां आय के साधन सीमित थे और लड़कियों की शिक्षा को लेकर सोच संकीर्ण. लेकिन एनु की सोच इससे बिल्कुल अलग थी. उन्होंने कठिन परिस्थितियों के बावजूद अर्थशास्त्र में एम.ए. की उपाधि प्राप्त की, जो उनके संघर्ष और लगन का प्रतीक है.

Advertizement

डिग्री के बाद एनु ने यह समझा कि केवल शिक्षा पर्याप्त नहीं, कौशल की भी आवश्यकता है. उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण लिया और एक लाख रुपये का ऋण प्राप्त कर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाया. उन्होंने समय पर ऋण चुकता कर यह भी सिद्ध किया कि सशक्त महिला कोई बोझ नहीं, बल्कि समाज की प्रेरक शक्ति हो सकती है.

एनु का अगला सपना था खुद स्कूटी चलाना. उन्होंने प्रथम संस्था से प्रशिक्षण लिया और गांव-गांव जाकर महिलाओं से संवाद करने, प्रशिक्षण देने और उन्हें जागरूक करने की शुरुआत की. पहले लोग ताना मारते थे कि लड़की होकर गाड़ी चलाएगी?, क्या ज़रूरत है बाहर घूमने की? लेकिन एनु ने इन बातों की परवाह नहीं की और आत्मविश्वास से आगे बढ़ती रहीं.

महिला दोपहिया प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना

2023 में एनु ने “महिला दोपहिया प्रशिक्षण केंद्र” की शुरुआत की. शुरुआती दिनों में 2-3 महिलाओं से शुरू हुआ यह सफर अब 30 से अधिक महिलाओं को दोपहिया चलाने की कला सिखा चुका है. ये महिलाएं अब स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, बैंक आदि स्थानों पर आत्मनिर्भर रूप से आ-जा रही हैं. एनु की इस पहल ने न केवल महिलाओं में आत्मविश्वास और आज़ादी की भावना जगाई, बल्कि गांव की सोच भी बदली. अब लोग अपनी बेटियों और बहुओं को एनु के पास भेजते हैं, ताकि वे भी “अपने सपनों की सवारी” कर सकें. उनकी इस सफलता के लिए सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया है.

भविष्य की योजना

एनु का सपना है कि वह हजारों महिलाओं को ड्राइविंग सिखाएं और इसके लिए वे चारपहिया ड्राइविंग स्कूल शुरू करने की तैयारी कर रही हैं. वे सिलाई, ड्राइविंग, मनरेगा कार्यों, एलईडी निर्माण और घरेलू कार्यों में भी दक्ष हैं. हाल ही में भारत सरकार की ग्रामीण विकास विभाग की संयुक्त सचिव स्वाति शर्मा और कलेक्टर अभिनाश मिश्रा ने एनु से मुलाकात कर उनका उत्साहवर्धन किया.

Advertisements