कोंडागांव में व्यवसायिक शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी को लेकर विभाग ने संज्ञान लिया है। जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए जिले के 28 हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्यों से व्यवसायिक शिक्षकों के दस्तावेजों की जानकारी मांगी है।
यह मामला 2018 से चल रहा है, जब से प्रदेश में व्यवसायिक शिक्षकों की भर्ती का जिम्मा निजी कंपनियों को सौंपा गया था। इन कंपनियों द्वारा नियुक्त शिक्षकों की योग्यता और शैक्षणिक दस्तावेजों की जानकारी जिला शिक्षा विभाग के पास भी नहीं है।
25 फरवरी तक दस्तावेज जमा करने के निर्देश
जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी प्राचार्यों को 25 फरवरी तक व्यवसायिक शिक्षकों के कार्यभार और संबंधित दस्तावेज जमा करने के निर्देश दिए हैं। नियमों के मुताबिक, समग्र शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्त ठेका कंपनियों को शिक्षकों के सभी दस्तावेज जिला शिक्षा विभाग को भेजने थे।
सभी जिलों में यही स्थिति
यह स्थिति सिर्फ कोंडागांव जिले तक ही सीमित नहीं है। प्रदेश के सभी जिलों में यही स्थिति है, जो अब जांच का विषय बन गया है। बता दें कि इस मामले में 22 फरवरी को दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद विभाग ने कार्रवाई शुरू की है।