लखीमपुर खीरी: चीनी मांझे पर रोक नहीं लग पा रही है, शुक्रवार को चीनी मांझे की चपेट में आकर एक चकबंदी लेखपाल घायल हो गए. लेखपाल की नाक गहराई तक कट गई है, जिनको इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.
चकबंदी लेखपाल यूनियन के जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि साथी चकबंदी लेखपाल सचिन शुक्रवार को पलिया क्षेत्र के दाउदपुर सर्किल में सरकारी काम से गए थे. काम निपटा कर वह बाइक से राजापुर अपने घर लौट रहे थे. शाम करीब 5:30 बजे जैसे ही वह शहर के छाउछ ओवरब्रिज के पास पहुंचे, चीनी मांझा उनकी नाक से रगड़ गया।इससे उनकी नाक काफी गहराई तक कट गई. काफी खून निकला, अनन-फानन उनको पास के अस्पताल में ले जाया गया. घटना की सूचना पर साथी लेखपाल भी मौके पर पहुंचे.
कुछ दिन पहले शाहजहांपुर में चीनी मांझा से एक सिपाही की गर्दन कट गई थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी. इस घटना के बाद जिले में दो दिनों तक अभियान चला. चीनी मांझा तो नहीं मिला, लेकिन बाजार में उसकी बिक्री हो रही है, चार दिन पहले गोला हाईवे पर फरधान के पास एक बाइक सवार चीनी मांझा की चपेट में आकर घायल हो गया था.