लखीमपुर खीरी: मैगलगंज कोतवाली क्षेत्र में मैगलगंज मुख्य चौराहे से रेलवे स्टेशन मार्ग तक फैली 17 एकड़ सेना की जमीन पर वर्षों से अवैध रूप से काबिज दुकानदारों को हटाने के लिए सुबह सेना की रक्षा संपदा यूनिट की टुकड़ी मैगलगंज पहुंची. दो दिन के अंदर कब्जेदारों से स्वयं दुकानें हटाने को कहा गया है.
करीब 17 एकड़ भूमि अंग्रेजी हुकूमत के दौरान सेना के नाम आवंटित की गई थी। आजादी के बाद धीरे-धीरे स्थानीय लोगों ने यहां लकड़ी और फर्नीचर का कारोबार शुरू कर दिया. कई परिवारों ने इस जमीन पर अस्थायी निर्माण कर रहना भी शुरू कर दिया था। सेना की कार्रवाई की जानकारी होते ही हड़कंप मच गया.
दुकानदारों ने आनन-फानन अपना सामान समेटना शुरू कर दिया। हालांकि निर्धारित समय तक सभी दुकानें पूरी तरह खाली नहीं हो सकीं, तो सैन्य प्रशासन ने दुकानों सहित अस्थायी मकानों को बुलडोजर से ढहाना शुरू कर दिया. इससे घबराए दुकानदारों का एक प्रतिनिधिमंडल थाने पहुंचा और सेना के अधिकारियों से कुछ समय की मोहलत की मांग की.
अधिकारियों ने समय देने से मना करते हुए कहा कि अगर आपको समय लेना है तो लखनऊ मुख्यालय के अधिकारियों से दो तीन दिनों के अंदर संपर्क कर बातचीत कर लें, अन्यथा की स्थिति में सेना स्वयं अपनी जमीन कब्जा मुक्त कराएगी.