लखीमपुर खीरी: विद्युत निगम के आउटसोर्स कर्मचारी मंगलवार से 72 घंटे की हड़ताल पर चले गए. छंटनी के विरोध में कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. हड़ताल में वह कर्मचारी भी शामिल हैं, जिनकी छंटनी नहीं की गई है.
कर्मचारियों ने रात 12 बजे के बाद से पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार कर दिया। अब यदि ऐसे में कोई फॉल्ट हो गया तो उपभोक्ताओं के लिए बड़ी समस्या हो सकती है. बिजली उपकेंद्र का संचालन, बिजली लाइन के रखरखाव, ट्रांसफार्मर की खराबी, केबिल कटने समेत तमाम दिक्कतों का समाधान नहीं हो पाएगा। लोगों को भीषण गर्मी में बिजली की समस्या से जूझना पड़ सकता है। कर्मचारियों का कहना है कि हड़ताल के दौरान वह कोई भी काम नहीं करेंगे. अगर कहीं फाल्ट होता तो वह भी दुरुस्त नहीं हो पाएगा. ऐसे में 72 घंटे बिजली उपभोक्ताओं के साथ ही बिजली निगम के लिए अफसरों के लिए काफी मुश्किल भरे रहेंगे.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
आउटसोर्स कर्मचारी व यूनियन के उपाध्यक्ष प्रदीप दीक्षित ने बताया कि पावर कार्पोरेशन प्रबंधन वर्ष 2017 में ग्रामीण पर 20 और शहरी विद्युत उपकेंद्रों पर 36 कर्मचारियों को तैनात करने का आदेश निर्गत किया गया था. लेकिन वर्तमान में निगम अपने ही आदेश का उल्लंघन कर 20 के स्थान पर 12.5 और 36 की जगह 18.5 तैनात किया जा रहा है, जिससे बड़े पैमाने पर बिजली के आउटसोर्स कर्मचारी बेरोजगार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि प्रबंधन उनकी मांगों को नहीं मानता है तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन के लिए होगी. जिले में बिजली समस्या होने पर प्रबंधन और सरकार जिम्मेदार होगी.