लखीमपुर खीरी: पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से शारदा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है. शारदा नदी के किनारे बसे गांवों में कटान का खतरा हो गया है। गांव करसौर में चार ग्रामीणों के घर नदी में समा गए हैं. कई एकड़ कृषि योग्य जमीन नदी निगल गई है। मजबूर होकर ग्रामीण अपनी गृहस्थी समेटकर पलायन करने लगे हैं.
विकास खंड बिजुआ की ग्राम पंचायत करसौर में शारदा नदी तेजी से कटान कर रही है। बीती रात चार घरों को नदी ने अपने आगोश में ले लिया. इससे लोग बेघर हो गए। गांव के कमलेश, सोनू, ओमप्रकाश और शिव कुमार के घर नदी में समा गए.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इसके अलावा सुमित, मुकेश और शिवप्यारी के मकान कटान की जद में है। कुछ लोगों ने तो अपने मकानों की ईंटें निकाल ली हैं। अपना सामान बैलगाड़ियों और ट्राॅलियों में भरकर ऊंची जगहों की ओर पलायन कर रहे हैं.
सरकार ने नहीं किया कोई प्रयास
कटान तो पिछले साल से चल रहा है, लेकिन सरकार के कान पर कभी जूं नहीं रेंगी। पड़ोस के कई गांव नष्ट हो चुके हैं. करसौर ग्राम पंचायत का मजरा चकपुरवा और नयापुरवा शारदा नदी में समा चुके हैं, लेकिन सरकार ने कोई प्रयास नहीं किया गया.
पड़ोसी ग्राम पंचायत बेलहा सिकटिहा में नदी के किनारे तटबंध बना देने से नदी की धारा करसौर गांव की तरफ मुड़ गई है. नदी तेजी से कटान कर रही है। सरकार से मांग है की तत्काल कोई व्यवस्था की जाए, नहीं तो पूरा गांव नदी में समा जाएग.