लखीमपुर खीरी: फरधान थाना क्षेत्र में दो दिन पहले मिले शव के मामले में पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने गुरुवार को हत्या का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. प्रभारी निरीक्षक दयाशंकर द्विवेदी ने हत्या की घटना का खुलासा करते हुए बताया 28 जुलाई को थाना क्षेत्र के गांव गुलरिया गांव के पास गन्ने के खेत में सुहेल नामक युवक का संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला था. शव का पोस्टमार्टम कराने पर रिपोर्ट में भी गला दबाकर हत्या करने का खुलासा हुआ था.
मृतक सुहेल के पिता जमालुद्दीन निवासी मुड़िया मिश्र थाना फरधान के तहरीर किया पर मुकदमा दर्ज कर लिया था. उसके बाद आरोपियों की तलाश की जा रही थी. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर पुलिस ने बताया थाना क्षेत्र के कोतवाली सदर के गांव शेखसराय निवासी निहाल, थाना नीमगांव क्षेत्र के गांव अच्छनिया दोनों लोग एक बाइक पर सवार होकर देवकली रोड खड़े थे. उसी समय मुड़ियामिश्र निवासी सुहेल अपनी बहन को छोड़कर लखीमपुर से वापस गांव आ रहा था. निहाल और महताब ने ई-रिक्शा को रोककर उससे लिया और सल्लिहा गांव चलकर सामान लाने के लिए कहा.
सुहेल किराया तय होने पर राजी हो गया था. दोनों लोग सुहेल को ईरिक्शा समेत गुलरिया के पास गांव से जंगल की तरफ लेकर चले गए. उसके बाद वह उसके साथ लूटपाट करने लगे थे. लूटपाट का विरोध करने पर दोनों लोगों ने सुहेल को गन्ने के खेत में खींच ले गए और रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी थी. उसके बाद दोनों बाइक को ईरिक्शा पर लादकर चले गए थे. जिसे ले जाकर उसी दिन गोला कोतवाली क्षेत्र के गांव करनपुर निवासी ताहिर नामक व्यक्ति के पास 26000 में बेंच दिया था.
ताहिर ने उसे अपने घर में छिपा कर रख लिया था. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोनों व्यक्तियों की ईरिक्शा ताहिर के यहां से बरामद कर लिया था. पुलिस ने निहाल और महताब को सुहेल की हत्या के आरोप में वही ताहिर को चोरी का ईरिक्शा खरीदने के आरोप में जेल भेज दिया.
बीमार पत्नी का इलाज करने के लिए लूट की घटना को दिया अंजाम
सुहेल की हत्या के आरोप में जेल गए निहाल ने पुलिस पूछताछ में बताया उसकी पत्नी कई दिनों से बीमार चल रही है. जिसके इलाज के लिए उसके पास पैसे नहीं थे. निहाल होने मित्र महताब से संपर्क किया और पैसे की व्यवस्था न होने पर इन दोनों ने लूट कर पैसा अर्जित करने की योजना बनाई. वह दोनों सड़क पर खड़े थे, उसी समय लखीमपुर की ओर ईरिक्शा लेकर सुहेल आ गया. उसके बाद उसे बहाने से गुलरिया गांव के जंगल युक्त सड़क पर ले गए थें. उसके बाद लूट की घटना को अंजाम दिया था.