Uttar Pradesh: लखीमपुर खीरी जिले के गोला गोकर्णनाथ निर्माणाधीन शिव मंदिर कॉरिडोर की धीमी रफ्तार को देखते हुए मार्च 2026 तक निर्माण कार्य पूर्ण होने की उम्मीद काफी कम लग रही है.
बता दें कि 13 दिसंबर 2024 से ध्वस्तीकरण के साथ शिव मंदिर कॉरिडोर का निर्माण शुरू हुआ था। निर्माण की गति धीमी होने से न तो अभी गोकर्ण तीर्थ का निर्माण पूर्ण हो पाया है, न ही नाली और समतलीकरण का काम। तीर्थ का निर्माण न होने से मौनी अमावस्या, महाशिवरात्रि जैसे त्योहारों पर भी तीर्थ सूखा पड़ा रहा.
कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल के अधीन रीना कंस्ट्रक्शन को तीर्थ और नारायण एसोसिएट के पास कॉरिडोर एवं नाले-नालियों के निर्माण का जिम्मा है। संस्था के जेई विवेक बाजपेई और कंस्ट्रक्शन कंपनी के मैनेजर अमरेश प्रताप सिंह की देखरेख में निर्माण कार्य कराया जा रहा है.
शुक्रवार को मौरंग के अभाव में तीर्थ का निर्माण बंद रहा है। शुक्रवार को मौरंग की खेप आने की उम्मीद है। एसडीएम विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि होली के चलते निर्माण की गति कुछ धीमी हो गई थी। निर्माण कार्य बाधित न हो, इसलिए आवागमन शिव मंदिर के निकास द्वार वीआईपी मार्ग से किया गया है.
तीन महीने से दुकानदारों, मालियों, पंडा, पुरोहितों का व्यवसाय प्रभावित
कॉरिडोर निर्माण में सुरक्षार्थ आवागमन रोकने के लिए रास्तों को बंद कर दिया गया है। इन तीन महीनों में शिव मंदिर और तीर्थ परिक्षेत्र में जीवन यापन करने वाले दुकानदारों, फूल बेलपत्र विक्रेता मालियों, पंडा-पुरोहितों का व्यवसाय प्रभावित है। रास्ता बंद होने से दुकानदार अपनी दुकानों पर मायूस बैठे दिखे.
मौसम हुआ गर्म, बढ़ी पेयजल की दिक्कत
कॉरिडोर निर्माण के चलते शिव मंदिर और तीर्थ परिक्षेत्र में पेयजल के स्रोत बंद कर दिए गए हैं, इधर, मौसम गर्म होने से श्रद्धालुओं और दुकानदारों के लिए पेयजल की किल्लत बढ़ गई है, दुकानदारों ने पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है.