लखीमपुर खीरी: बृहस्पतिवार को सुबह करीब 7:00 बजे आंधी चलने के साथ बारिश भी हुई, जिससे जहां जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया, वहीं किसानों की परेशानी एक बार फिर बढ़ गई. तराई इलाके में अभी सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल खेतों में खड़ी हुई है, एक हफ्ते से मौसम खराब होने के चलते किसान अपनी फसल काटकर घर नहीं ले जा पा रहे हैं.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
बृहस्पतिवार को एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ गया, आंधी-बारिश से खड़ी फसल खेतों में गिर गई, जो खेतों में कटी पड़ी है, वह भीग गई. मझगईं के गांव गंगा पुरवा निवासी पंकज कुमार की करीब एक एकड़ गेहूं की फसल गिरकर भीग कर गई. कोठिया निवासी रविंद्र कुमार की करीब दो एकड़ गेहूं की फसल खेत में कटी पड़ी है, इसी तरह तमाम किसानों की सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है. किसानों का कहना है कि, अगर ऐसा ही मौसम रहा कि गेहूं की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी.
आंधी से गिरी झोपड़ी, बाल-बाल बचा परिवार
निघासन क्षेत्र में आंधी और बारिश से गांव बम्हनपुर के मजरा कन्हईलाल पुरवा निवासी संतोष पुत्र गुरई की झोपड़ी गिर गई। संतोष और उनका परिवार झोपड़ी के नीचे ही दब गया। कड़ी मशक्कत के बाद पड़ोसियों की सहायता से सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया। हालांकि घर में रखी चारपाई, साइकिल, मिट्टी के डेहरिया में रखा अनाज समेत घर गृहस्थी का सामान छप्पर के नीचे दबकर नष्ट हो गया.
पीड़ित संतोष ने बताया कि, वह लंबे समय से आवास योजना के लिए आवेदन कर रहे थे, लेकिन अब तक कोई मदद नहीं मिली. एसडीएम राजीव निगम ने बताया कि क्षेत्रीय लेखपाल को मौके पर भेजकर हुए नुकसान का आंकलन कराकर दैवीय आपदा के अंतर्गत अनुमन्य आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। वहीं खंड विकास अधिकारी जयेश कुमार सिंह ने बताया कि, संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारी को मौके पर भेजा गया है। पात्रता के आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा.