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मोबाइल नंबर पोर्ट कर लाखों की ठगी: साइबर पुलिस की बड़ी कार्रवाई

हरदोई : साइबर थाना पुलिस ने लाखों रुपए की ठगी करने वाले तीन शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. इन ठगों ने मोबाइल नंबर पोर्ट कर ओटीपी लेकर कर लोगों के बैंक खातों लाखों से रुपए निकाले थे. साइबर पुलिस टीम ने 60 मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल्स खंगाली गईं और 52 पोर्ट किए गए नंबरों का विवरण जुटाया गया. इसके बाद तीन आईपी एड्रेस ढूंढने में सफलता हाथ लगी और आरोपियों को धर दबोचा गया.

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साइबर थाने के प्रभारी निरीक्षक वहीद अहमद ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी शिक्षा के मामले में खास पढ़े-लिखे नहीं हैं, लेकिन ठगी के मामले में बेहद शातिर हैं. इनमें एक आरोपी सिर्फ आठवीं पास है, दूसरा हाईस्कूल तक पढ़ा है, जबकि तीसरे आरोपी ने बीकॉम तक पढ़ाई की है. मास्टरमाइंड रामसुमिरन ने ठगी का यह अनोखा तरीका निकाला था, जिसमें वह लोगों के मोबाइल नंबर पोर्ट करवा कर ओटीपी प्राप्त कर लेता था और यूपीआई अकाउंट बनाकर रुपए ट्रांसफर कर लेता था.

प्रभारी निरीक्षक ने आगे बताया कि मझिला निवासी कौशल किशोर की शिकायत से इस केस की शुरुआत हुई. उन्होंने बताया कि उनकी अश्लील तस्वीरें इंस्टाग्राम पर वायरल कर दी गई थीं. वहीं बाबूराम के खाते से तीन लाख रुपये साइबर फ्रॉड के जरिए खाते से गायब हो गए थे.

तीसरी शिकायत धन्नूपुरवा के संतोष ने दर्ज कराई थी, जिनके खाते से यूपीआई के जरिए रकम निकाली गई थी. इन तीनों मामलों में जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो पाया कि तीनों घटनाओं में एक ही ठग गिरोह शामिल है.

टेक्निकल साक्ष्यों के आधार पर पुलिस टीम ने धन्नूपुरवा के ज्ञानेंद्र पुत्र मुन्ना सिंह, कौथेलिया निवासी अजीत पुत्र सुरेश गुप्ता थाना कोतवाली शहर हरदोई और बहेड़ा रसूलपुर के रहने वाले रामसुमिरन पुत्र रामदास थाना मझिला को गिरफ्तार किया. इनके पास से पुलिस को 3 मोबाइल फोन, 8 सिम और एक बाइक बरामद हुई.

पूछताछ में ज्ञात हुआ कि ज्ञानेंद्र लोगों मोबाइल लेकर ओटीपी प्राप्त कर सिम पोर्ट कराता और सिम रामसुमिरन को दे देता था. वह अपने मोबाइल में सिम डालकर यूपीआई बनाकर जनसेवा केंद्र पर ट्रांजैक्शन कर नकद रुपए प्राप्त कर लेता था. यह रुपए सभी आरोपी आपस में बांट लेते थे.

रामसुमिरन इस गिरोह का मास्टरमाइंड है। आरोपियों ने कुल 2 लाख 78 हजार 360 रुपए की ठगी की थी जिसमें 1 लाख 60 हजार रुपए होल्ड किए गए थे। जो आरोपी निकाल नहीं पाए, 1 लाख रुपए पीड़ित के खाते में बापस कराए जा चुके हैं एवं होल्ड किए गए रुपए भी पीड़ितों को बापस कराने की कार्रवाई चल रही है। आरोपियों ने कुल 52 सिम पोर्ट कर आए थे.

साइबर ठगी के इस खुलासे के बाद अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी नृपेंद्र कुमार ने साइबर थाने की टीम की सराहना की. गिरफ्तारी टीम में प्रभारी निरीक्षक वहीद अहमद, अतिरिक्त निरीक्षक अरविंद कुमार राय, कांस्टेबल तरुण कुमार शर्मा, सतीश अवस्थी, अजय सिंह और प्रमोद कुमार शामिल रहे.

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