शहर में एक बार फिर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। इसमें अंतरराष्ट्रीय कंपनी एंटोफगास्टा पीएलसी के नाम पर 10 लाख 27 हजार 110 रुपये की धोखाधड़ी की गई है। इस मामले में एलआइसी एडवाइजर पायल मेहरा की शिकायत पर भिलाई नगर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि एंटोफगास्टा चिली की एक बहुराष्ट्रीय खनन कंपनी है, जो मुख्य रूप से तांबा के उत्पादन में सक्रिय है। यह लंदन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध है और एफटीएसइ 100 इंडेक्स का हिस्सा है। हालांकि, असली एंटोफगास्टा का इस ऑनलाइन ठगी से कोई संबंध नहीं है। ठगों ने सिर्फ इस अंतरराष्ट्रीय कंपनी के नाम का दुरुपयोग कर लोगों को भ्रमित किया और उन्हें निवेश के नाम पर लूटा।
जानकारी के अनुसार, सेक्टर-7 सड़क एवेन्यु ए-56 ए निवासी पायल मेहरा ने बताया कि हुडको निवासी शेखर संगेवार ने उन्हें एंटोफगास्टा पीएलसी नामक कंपनी के एप के माध्यम से अधिक मुनाफा कमाने का लालच दिया। झांसे में आकर पायल मेहरा और उनके संपर्क के 31 अन्य लोगों ने कुल 10 लाख 27 हजार 110 रुपये का निवेश किया। निवेश के बाद जब वादे के अनुसार लाभ नहीं मिला, तब उन्होंने कंपनी की सच्चाई जाननी चाही।
ठग ने खुद को भी बताया शिकार
जांच में यह खुलासा हुआ कि भारत में इस नाम की कोई अधिकृत कंपनी या वैध एप मौजूद नहीं है। पायल मेहरा ने यह भी बताया कि शेखर संगेवार ने रकम जमा कराने के लिए हर बार अलग-अलग यूपीआइ लिंक का इस्तेमाल किया और जब उससे सवाल किया गया, तो उसने खुद को भी ठगी का शिकार बताकर पल्ला झाड़ लिया। पायल ने संदेह जताया है कि इस पूरे फर्जीवाड़े में शेखर की बेटी और आइटी क्षेत्र में काम करने वाला दामाद भी शामिल हो सकता है।