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लालकृष्ण आडवाणी की बिगड़ी तबीयत, अपोलो के न्यूरोलॉजी विभाग में भर्ती

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और भारत के पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को आज सुबह दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने इंद्रप्रस्थ स्थित अपोलो अस्पताल के न्यूरोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया. न्यूरोसर्जन डॉ. विनीत सूरी के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम उनका इलाज कर रही है.

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अपोलो ने वरिष्ठ नेता के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उनकी हालत स्थिर है और डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही है. 96 साल के आडवाणी उम्र से संबंधित स्वास्थ्य दिक्कतों का सामना कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले तबीयत बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली के AIIMS में भर्ती कराया गया था.

आडवाणी को इसी साल देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. आडवाणी तबीयत के मद्देनजर राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके थे, इसलिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें 30 मार्च को उनके आवास पर जाकर भारत रत्न से सम्मानित किया. औपचारिक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और लालकृष्ण आडवाणी के परिवार के सदस्य शामिल हुए.

इससे पहले आडवाणी 2015 में उन्हें देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा गया था. लालकृष्ण आडवाणी 2002 से 2004 तक भारत के 7वें उप प्रधानमंत्री रहें हैं. वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सह-संस्थापकों में से एक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सदस्य हैं. लालकृष्ण आडवाणी 1998 से 2004 तक सबसे लंबे समय तक गृह मंत्री रहे.

वह लोकसभा में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले विपक्ष के नेता भी हैं. अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में उन्होंने एक अग्रणी नेता की भूमिका निभाई थी. आडवाणी ने अपनी पहली राम रथ यात्रा (Ram Rath Yatra) 25 सितंबर 1990 को गुजरात के सोमनाथ से शुरू की जो अयोध्या में समाप्त हुई. इस यात्रा से उन्होंने राम मंदिर आंदोलन को लोगों तक पहुंचाया.

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