पेरिस ओलंपिक में हार का सामना करने के बाद विवाद में फंसी अंतिम पंघाल की सफाई आई है. उन्होंने पेरिस में बहन को हिरासत में लिए जाने और निर्वासन की बात को गलत बताया है. दरअसल, बुधवार रात को यह बात सामने आई थी कि 53 किलो वर्ग की भारतीय रेसलर अंतिम की बहन ने उनके एक्रीडिटेशन कार्ड का इस्तेमाल कर खेल गांव में घुसने का प्रयास किया. इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया और बाद में अंतिम पंघाल को उनके कोच और अन्य स्टाफ के साथ पेरिस छोड़ने को कहा. अब इसको लेकर अंतिम ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने पूरे मामले को विस्तार से बताया.
VIDEO | There has been a disciplinary action against wrestler Antim Panghal at the ongoing Paris Olympics. The wrestler has issued her side of the story in a video:
"I had come here to Olympics, there was a bout yesterday. I got defeated. It is wrong that police had taken me.… pic.twitter.com/xVMrTpOMkP
— Press Trust of India (@PTI_News) August 8, 2024
अंतिम ने 3 मिनट से बड़ा वीडियो शेयर कर कहा, “मैं पेरिस में ओलंपिक खेलने आई थी. कल मेरी बाउट थी. लेकिन मेरा दिन अच्छा न होने के वजह से मैं बाउट हार गई. और कल से जो बातें चल रही हैं कि अंतिम की बहन को पुलिस पकड़कर ले गई है, ऐसा कुछ नहीं है. कल जब मैं बाउट हार गई थी तो मेरी बहुत ज्यादा तबियत खराब हो गई थी तो मेरी बहन जिस होटल में रहती है, वहां लेकर जाने को बोल रही थी. मैं भारतीय कोच से परमिशन ले ली थी. उन्होंने मुझे परमिशन भी दे दी थी. इसके बाद मैं अपनी बहन के साथ होटल आ गई. यहां आने के बाद मुझे मेरे उस सामान की जरूरती थी जो खेल विलेज में था. तबियत खऱाब होने के चलते मैं सो गई थी तो मेरी बहन मेरा एक्रीडिटेशन कार्ड लेकर सामान लेने खेल विलेज चल गई. उसने वहां जाकर ये पूछ लिया कि ये मेरी बहन का कार्ड है, उसकी तबियत खराब है तो क्या मैं उसका सामान ले सकती हूं? उन्होंने एक्रीडिटेशन कार्ड देखा और उसे ले लिया. फिर वैरिफिकेशन के लिए पुलिस स्टेशन ले गए. सिर्फ एक्रीडिटेशन कार्ड वैरिफिकेशन के लिए उसे पुलिस स्टेशन ले जाया गया था. इसके बाद उसे एक्रिडिटेशन कार्ड देकर वापस भेज दिया गया था.”
महिला पहलवान ने आगे कहा, “ये भी बोला जा रहा है कि कोच ने गाड़ी वाले से झगड़ा किया है, तो ये भी गलत है. बाउट हारने के बाद मैं तो होटल आ गई थी लेकिन कोच वहीं विलेज में रुके थे. वो भी बहुत परेशान थे, उनके लिए हमने ही कैब बुक की थी. इसके बाद वो भी होटल में आ गए थे. हमारी भाषा अलग होने के कारण थोड़ी दिक्कत हुई. क्योंकि कैब वाला बोल रहे था कि हमारे पास पूरे यूरो नहीं हैं, हम होटल में ऊपर जाकर यूरो ले आते हैं. कैब वाले को हमारी भाषा समझ नहीं आई और हमें उसकी. इसके बाद मेरे एक कोच ऊपर होटल से यूरो लेकर आए, इसमें 5 मिनट लग गए तो इसलिए नीचे कैब वाले से थोड़ा झगड़ा हो गया था. इतना कुछ नहीं हुआ था, जितनी बातें फैलाई जा रही हैं. और इंडिया आने की बात है (निर्वासन), जब मेरी बाउट हुई थी, तब मैंने फेडरेशन में फोन कर दिया था कि मेरी आज या कल की फ्लाइट कर दो मैं इंडिया आ रही हूं. तो ये सब होने से पहले ही मेरी फ्लाइट हो रखी थी. मैं सभी लोगों से विनती करती हूं कि इस तरह की बातें न फैलाएं. मेरा दिन बहुत खराब रहा है. मेरा साथ दीजिए.”
सूत्रों की मानें तो भारतीय महिला पहलवान अंतिम पंघाल पर आईओए ने तीन साल का बैन लगा दिया है। दल के सूत्र ने पीटीआई को बताया, “उनके भारत पहुंचने के बाद औपचारिक रूप से इस फैसले की घोषणा की जाएगी।” दरअसल, पेरिस ओलंपिक में अंतिम पंघाल बुधवार (7 अगस्त) को महिला फ्रीस्टाइल 53 किग्रा के ओपनिंग राउंड में उतरी थीं. इस मैच में अंतिम का मुकाबला तुर्की की येनेप येटगिल से था. मुकाबले में येनेप ने अंतिम को 10-0 से शिकस्त दी थी. बताया जा रहा है कि पेरिस में हुई घटना के बाद अब इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) अगले 1-2 दिनों में अंतिम के मामले में कुछ फैसला कर सकते हैं.