सीधी : विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सीधी जिले में निकाली गई 40 किलोमीटर लंबी वाहन रैली में कानून और सुरक्षा नियमों की जमकर धज्जियां उड़ती नजर आईं.रैली में शामिल कार्यकर्ताओं ने खुलेआम सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक निर्देशों को दरकिनार किया.हाथों में तलवार और फरसे लहराते कार्यकर्ता, ट्रैक्टर की मुंडेर पर बैठकर सफर करते लोग, और डीजे के ऊपर दर्जनों की संख्या में चढ़कर नाचते युवा – यह नजारा देखकर लगा कि सड़कें कानून के बजाय लापरवाही के हवाले छोड़ दी गई हैं.
हेलमेट का भी नहीं दिखा नामोनिशान
बाइक सवारों ने न सिर्फ बिना हेलमेट के सफर किया, बल्कि तेज रफ्तार में रैली के साथ दौड़ते रहे.यातायात पुलिस और प्रशासनिक टीम की ओर से इस दौरान किसी भी तरह की रोक-टोक या कार्रवाई दिखाई नहीं दी.
जय जोहार और जय भीम के नारों से गूंजा शहर
रैली सीधी शहर के सम्राट चौराहा, गांधी चौराहा, अंबेडकर चौराहा समेत कई प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए टिकरी पहुंची। पूरे रास्ते में “जय जोहार” और “जय आदिवासी जय भीम” के नारे गूंजते रहे.सैकड़ों की संख्या में शामिल महिलाएं और पुरुष पूरे उत्साह से रैली में शामिल थे.टिकरी में इस अवसर पर भव्य कार्यक्रम आयोजित होने की घोषणा भी की गई है.
प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में
रैली के दौरान खुलेआम नियम तोड़े गए, लेकिन पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस संबंध में जब सीधी जिले के एडिशनल एसपी अरविंद श्रीवास्तव से बात की गई, तो उन्होंने कहा “घटना के संबंध मुझे कोई जानकारी नहीं है, और मेरा कोई कमेंट नहीं है इस बारे में.मैं कोई बयान नहीं दे सकता हूं, मुझे इसके बारे में कोई इनपुट नहीं है.”