झारखंड के पलामू में पुलिस ने गैंगस्टर अमन साहू को एनकाउंटर में मार गिराया था. अमन साहू को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का खासमखास माना जाता था. उसकी मौत के बाद अब लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया है, जिससे सनसनी मच गई है. अनमोल, जो स्वयं कई मामलों में वांटेड है, ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अमन साहू उसका भाई था और वह उसके लिए संघर्ष जारी रखेगा.
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में अनमोल बिश्नोई ने लिखा- दो दिन पहले अमन साहू का पुलिस एनकाउंटर हुआ, जो हमारा भाई था. हम अमन साहू के लिए लड़ाई जारी रखेंगे. ये घटना बहुत गलत थी. अनमोल ने पोस्ट के अंत में जय बलकारी और लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप लिखकर अपने इरादों को स्पष्ट किया है. अनमोल मुंबई में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड और अभिनेता सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग के मामले में भी वांटेड है.
गैंगस्टर अमन साहू को हाल ही में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक एनकाउंटर में मार गिराया. पुलिस के अनुसार, अमन साहू ने एसटीएफ के एक जवान से इंसास राइफल छीनने का प्रयास किया और इस दौरान जवान पर गोली चला दी, जिससे वह घायल हो गया. जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने गैंगस्टर को ढेर कर दिया. घायल हवलदार का नाम राकेश कुमार हैं, जिन्हें मेदिनीनगर के MMCH अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
गैंगस्टर अमन साहू छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की जेल में बंद था, जिसे झारखंड की राजधानी रांची ले जाया जा रहा था. इसी दौरान, पलामू के चैनपुर के निकट उसने भागने का प्रयास किया, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया.
नक्सली भी रह चुका था अमन
अमन साहू रांची के गांव मतबे का रहने वाला था. उसके खिलाफ झारखंड में रंगदारी, हत्या और एक्सटॉर्शन सहित 100 से अधिक मामले दर्ज थे. वह पहले एक हार्डकोर नक्सली रह चुका था और लगभग 2013 में उसने अपना गैंग स्थापित किया था. कोरबा में हुई गोलीबारी के बाद रायपुर पुलिस ने उसके चार गैंग सदस्यों को गिरफ्तार किया था. रायपुर के शंकर नगर क्षेत्र में एक व्यापारिक साझेदार के घर के बाहर हुई फायरिंग के बाद से रायपुर पुलिस उसकी गिरफ्तारी और पूछताछ कर रही थी.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से था अमन का संबंध
बताया जाता है कि अमन साहू की गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से काफी अच्छी दोस्ती थी.अमन लॉरेंस को अपने गुर्गों की आपूर्ति करता था, जिसके बदले में उसे अत्याधुनिक हथियार मिलते थे. रायपुर के तेलीबांधा क्षेत्र में एक बिल्डर के कार्यालय पर 13 जुलाई को हुई गोलीबारी के मामले में भी अमन के गैंग का उल्लेख किया गया था