भोपाल जिला कोर्ट परिसर में शनिवार को एक शर्मनाक घटना सामने आई। यहां सुनवाई के लिए आई एक 22 वर्षीय पीड़िता से एक वकील ने न केवल बुरी नीयत से हाथ पकड़ लिया बल्कि उसके साथ गरबा खेलने की फरमाइश भी रख दी। इस हरकत से घबराई पीड़िता ने हाथ छुड़ाकर वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन आरोपित उसका पीछा करने लगा।
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता का दुष्कर्म का केस भोपाल कोर्ट में लंबित है और वह अपने वकील धनराज राजपूत से मिलने आई थी। दोपहर करीब 12 बजे वह उनके केबिन के बाहर इंतजार कर रही थी, तभी असलम अली नामक वकील वहां पहुंचा और उसने यह हरकत की। पीड़िता ने बाद में अपने वकील को घटना की जानकारी दी।
घटना सुनते ही कोर्ट परिसर में मौजूद अन्य वकील गुस्से से भर उठे। उन्होंने मौके पर ही आरोपित वकील की पिटाई कर दी और उसका विरोध किया। बताया जा रहा है कि यह पहली बार नहीं है, बल्कि दो दिन पहले भी आरोपित वकील ने पीड़िता के साथ छेड़छाड़ की थी, लेकिन उस समय उसने चुप्पी साध ली थी।
पीड़िता की शिकायत पर एमपीनगर थाने में छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया है। एसीपी मिथिलेश भारद्वाज ने बताया कि पीड़िता जहांगीराबाद क्षेत्र की रहने वाली है और उसके बयान के आधार पर आगे की जांच शुरू कर दी गई है।
इस पूरे घटनाक्रम ने कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था और वहां महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर पीड़िताएं न्याय की उम्मीद लेकर अदालत पहुंचती हैं, वहीं दूसरी ओर अगर वकील ही इस तरह का व्यवहार करें तो यह स्थिति और भी चिंताजनक हो जाती है।
मामले ने कानूनी बिरादरी में भी हलचल मचा दी है। वकीलों का कहना है कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी महिला कोर्ट परिसर में असुरक्षित महसूस न करे।
कुल मिलाकर, यह घटना न सिर्फ अदालत परिसर की गरिमा पर प्रश्नचिह्न है बल्कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक गहरी चिंता भी पैदा करती है।