रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष विवाद, पांच पार्षदों ने संदीप साहू का किया समर्थन

रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष के पद को लेकर पिछले आठ महीनों से चल रहे विवाद ने मंगलवार को नया मोड़ लिया। सभापति सूर्यकांत राठौर ने कांग्रेस के पांच पार्षदों के साथ बैठक कर दो घंटे तक इस मुद्दे पर चर्चा की। बैठक में पांचों पार्षदों ने स्पष्ट किया कि उनके नेता प्रतिपक्ष संदीप साहू ही रहेंगे और किसी अन्य नाम को स्वीकार नहीं करेंगे।

नगर निगम सभापति ने पांच पार्षदों से उनके इस्तीफों के संबंध में जानकारी ली, जो पहले कांग्रेस पार्टी से अपने इस्तीफे वापस लेने की प्रक्रिया में थे। इसके साथ ही कांग्रेस की ओर से संदीप साहू की जगह आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष बनाने का प्रस्ताव आया। इस पर पांच पार्षदों ने कहा कि उन्हें बिना सहमति लिए आकाश तिवारी का नाम घोषित किया गया है और उनका समर्थन संदीप साहू के ही पक्ष में है।

सभापति ने बैठक में स्पष्ट किया कि जब तक आधिकारिक रूप से नया नाम घोषित नहीं होता, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष के पद पर संदीप साहू ही रहेंगे। संदीप साहू ने भी कहा कि पांच पार्षदों ने उन्हें ही नेता प्रतिपक्ष माना है और अब आगे का निर्णय सभापति पर निर्भर है।

सूर्यकांत राठौर ने कहा कि विवाद की शुरुआत कांग्रेस पार्टी ने की थी। पहले संदीप साहू को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था, लेकिन बाद में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आकाश तिवारी का नाम भेजा। इससे निगम में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हुई।

नगर निगम में कुल आठ कांग्रेस पार्षद हैं, जिनमें से पांच ने अपने समर्थन का स्पष्ट अभिमत संदीप साहू के पक्ष में दिया है। बैठक में अनुपस्थित रहे तीन पार्षद अर्जुमन ढेबर, शेख मुशीर और आकाश तिवारी। सभापति ने कहा कि पांच पार्षदों के अभिमत को जानकारों से चर्चा के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

इस बैठक के बाद स्पष्ट हुआ कि नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष का पद फिलहाल संदीप साहू के पास ही रहेगा। पारदर्शिता और पार्षदों के अभिमत के आधार पर आगे की प्रक्रिया तय होगी, और नए नाम की घोषणा होने तक संदीप साहू नेता प्रतिपक्ष के रूप में ही कार्य करेंगे।

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