Vayam Bharat

मौलवी के निशाने पर थे BJP और हिंदू संगठन के नेता, पूछताछ में हुआ खुलासा, मौलवी की 10 दिन की रिमांड मंजूर

दो दिन पहले गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किए गए मौलवी ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले दावे किए हैं. ये मौलवी BJP की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा समेत कई हिंदुत्व नेताओं की हत्या करना चाहता था. हिंदू संघ नेता उपदेश राणा साजिश मामले में सूरत कोर्ट ने मौलवी की 10 दिन की रिमांड मंजूर की. मौलवी की पूछताछ के दौरान चौंकाने वाली हकीकत सामने आई. उसके निशाने पर तीन लोग बताए गए. जिनमें नूपुर शर्मा, टी. राजा सिंह और उपदेश राणा शामिल हैं

Advertisement

*कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए मौलाना को बचाने की कोशिश की: हर्ष सांघवी*

हिंदू नेता को जान से मारने की धमकी के इस मामले में गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि उपदेश राणा को धमकी देने वाले लोग पाकिस्तान से हथियार मंगवा रहे थे. गृह राज्य मंत्री ने कहा कि मौलाना देश के युवाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं.  वह मदरसों के जरिए युवाओं को देश विरोधी काम करने के लिए उकसाता था. कांग्रेस ने इस मौलाना को बचाने की कोशिश की. कांग्रेस वोट बैंक के लिए मौलाना को बचाने की कोशिश करती है. लेकिन हम इस मौलाना को नहीं छोड़ेंगे.

उन्होंने कहा कि आतंकी कनेक्शन वाले मौलवी सोहेल को हिंदू संघ नेता उपदेश राणा की हत्या के लिए 1 करोड़ की सुपारी दी गई थी.  लेकिन इससे पहले कि वह साजिश को अंजाम दे पाता, क्राइम ब्रांच ने मौलवी को पकड़ लिया.

सूरत पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मौलवी सोहेल अबुबकर तिमोल यार्न फैक्ट्री का मैनेजर है.  वह मुस्लिम बच्चों को इस्लामिक शिक्षा के लिए ट्यूशन पढ़ाने का काम करता है. सोहेल पाकिस्तान और नेपाल स्थित कुछ लोगों के संपर्क में था और भारत में कुछ ऐसे लोगों की हत्या करना चाहता था. जिनकी पहचान हिंदुत्व से जुड़ी थी. उनके निशाने पर सुदर्शन टेलीविजन चैनल के मुख्य संपादक, तेलंगाना बीजेपी विधायक राजा सिंह, इसी पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा और हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा हैं. मौलवी ने पाकिस्तान और नेपाल स्थित अपने आकाओं के साथ एक करोड़ रुपये का सौदा किया. वह पाकिस्तान से हथियार भी आयात करना चाहता था. “सोहेल को हिरासत में लेने के बाद, हमें उसके मोबाइल फोन में कई आपत्तिजनक सामग्रियां मिलीं, जिसमें उपदेश राणा को मारने के लिए 1 करोड़ रुपये की पेशकश भी शामिल थी. इसके लिए वह लगातार पाकिस्तान और नेपाल के व्यक्तियों/नंबरों के संपर्क में था. आरोपी ने लाओस डिजिटल नंबर का उपयोग करके राणा को धमकी देने के लिए अपने ग्रुप कॉल में पाकिस्तान और नेपाल नंबरों को जोड़ा.

Advertisements