भगवान ने इंसान को बड़े ही खूबसूरत तरीके से बनाया है. उसे बड़े ही इत्मीनान से मानव अंगों से नवाजा है. यूं तो शरीर सभी अंग हमारे लिए जरूरी होते हैं. लेकिन दैनिक दिनचर्या के कामों को पूरा करने में हाथों की अहम भूमिका होती है. ज्यादातर लोग अपने दाएं हाथ का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं और बाएं हाथ का कम. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, पूरी दुनिया में केवल 10 फीसदी लोग ही बाएं हाथ का यूज मुख्य कामों जैसे की लिखने, खाना खाने और अन्य कामों के लिए करते हैं. वहीं दुनियाभर के लगभग 90 फीसदी लोग अपने दाएं हाथ का प्रयोग करते हैं. हाल ही में दाएं हाथ का यूज करने वाले लोगों पर एक रिसर्च हुई है. इसमें पता चला है कि इन लोगों को कई तरह की बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है. आइए जानते हैं इसके बारे में.
जानिए क्या है वजह
जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ (Journal of Public Health)की स्टडी में सामने आया है कि बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों में स्वास्थ्य संबंधी समस्या दूसरे लोगों के मुकाबले ज्यादा बढ़ जाती है. रिसर्च में सामने आया कि कुछ स्थितियों में बाएं हाथ के लोगों में बीमारियों की टेडेंसी ज्यादा देखी जाती है, हालांकि ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ऐसा क्यों होता है. इसके पीछे का कारण आनुवांशिक यानी जेनेटिक या फिर ब्रेन कनेक्टिविटी और पर्यावरण भी हो सकता है.
हार्ट डिजीज (heart disease)
इस बात की सच्चाई जानने के लिए 18 से 50 वर्ष की आयु के 379 वयस्कों पर शोध किया गया. इसमें सामने आया कि बाएं हाथ के लोगों में हार्ट डिजीज का खतरा अधिक हो सकता है. साथ ही एक रिपोर्ट ये भी दावा करती है कि जो लोग बाएं हाथ से काम करते हैं उनकी मृत्यु दाएं हाथ से काम करने वाले लोगों की तुलना में औसतन 9 साल पहले हो जाती है.
ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer)
रिसर्च में पता चला कि बाएं हाथ से काम करने वाली महिलाओं को दाएं हाथ से काम करने वाली महिलाओं के मुकाबले ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क ज्यादा होता है. ब्रेस्ट कैंसर का खतरा प्रेगनेंसी के दौरान एस्ट्रोजन के बढ़ते जोखिम के कारण हो सकता है. दुनियाभर में बाएं हाथ से काम करने वाली महिलाओं में कैंसर के केस भी अधिक देखे गए हैं.
न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (Neurological Disorder)
लेफ्ट हैंड से काम करने वालों में न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर भी देखने को मिलता है. इसमें अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्ड, ऑटिज्म, डिस्प्रेक्सिया शामिल है. इन रिसर्च में इस बात के वास्तविक प्रमाण पाएं गए है कि डिस्लेक्सिया वाले बच्चों में बाएं हाथ वाले बच्चे ज्यादा पाए गए हैं.
सिजोफ्रेनिया (schizophrenia)
स्टडी में पता चला कि बाएं हाथ के लोगों में सिजोफ्रेनिया ( गंभीर मानसिक बीमारी) होने की संभावना ज्यादा रहती है. इसे लेकर 2019, 2022 और 2024 में भी कई शोध हो चुके हैं. इसमें पाया गया है कि सिजोफ्रेनिया की बीमारी दोनों हाथ वाले लोगों और बाएं हाथ वाले लोगों में ज्यादा हो सकती है.
मेंटल हेल्थ (mental health)
बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी ज्यादा रहता है. जिसमें मूड में बदलाव, चिंता, घबराहट, चिड़चिड़ापन, बेचैनी, पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर दाहिने हाथ वालों की तुलना में अधिक पाया जाता है. ऐसे लोगों में एंग्जाइटी की समस्या भी देखी जाती है.