जसवंतनगर/इटावा: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, इटावा द्वारा जसवंतनगर के कैस्त प्राइमरी स्कूल में एक महत्वपूर्ण विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य अनाथ एवं असहाय बच्चों को उनके अधिकारों और सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करना था.
शिविर में बाल संरक्षण विशेषज्ञ प्रेम कुमार शाक्य ने विशेष रूप से अनाथ और संकटग्रस्त बच्चों के लिए उपलब्ध स्पॉन्सरशिप और मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना पर प्रकाश डाला.
श्री शाक्य ने बताया कि सरकार अनाथ बच्चों की शिक्षा और उनके बेहतर पालन-पोषण के लिए प्रतिमाह ₹4000 की आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है.इसके अतिरिक्त, उन्होंने यह भी महत्वपूर्ण जानकारी दी कि जिन बच्चों ने 1 मार्च 2020 के बाद अपने पिता को खो दिया है, या जिनके पिता जेल में हैं अथवा किसी गंभीर बीमारी के कारण परिवार का भरण-पोषण करने में असमर्थ हैं, उन्हें भी प्रतिमाह ₹2500 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.
उन्होंने जोर देकर कहा कि क्षेत्र में कोई भी पात्र बच्चा इस योजना के लाभ से वंचित न रहे और इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए.किसी भी प्रकार की सहायता या जानकारी के लिए उन्होंने चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 की भी जानकारी दी, जो बच्चों के लिए 24 घंटे उपलब्ध है।
शिविर के संयोजक, पीएलवी अधिकार मित्र ऋषभ पाठक और कुमारी नीरज ने बच्चों के शिक्षा के अधिकार पर विशेष जोर दिया। उन्होंने निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि 6 से 14 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्राप्त करने का मौलिक अधिकार है.
उन्होंने माता-पिता और अभिभावकों से अपील की कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे नियमित रूप से स्कूल जाएं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रत्येक बच्चे को स्कूल में दाखिला लेने का अधिकार है और विद्यालयों को उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करनी चाहिए.इसके साथ ही, अधिनियम के तहत स्कूलों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, पर्याप्त बुनियादी सुविधाएं और योग्य शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है.
इसके अतिरिक्त, शिविर में मुफ्त कानूनी सलाह और सहायता प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) की हेल्पलाइन नंबर 15100 की भी जानकारी दी गई। यह हेल्पलाइन जरूरतमंद लोगों को कानूनी मामलों में मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करती है. शिविर के दौरान कैस्त प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक मोहम्मद फुरकान, शिक्षकगण नेहा यादव, अल्का यादव, मंजू यादव, संध्या शर्मा, निरंजन सिंह, विमलेश कुमार तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मीना देवी, ममता कुमारी और गीता देवी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.
सभी ने इस पहल की सराहना की और बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया। इस जागरूकता शिविर से निश्चित रूप से क्षेत्र के अनाथ और असहाय बच्चों को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी मिलेगी और वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे.