मध्य प्रदेश: शहडोल. जिला मुख्यालय के पास इन दिनों एक आदम खोर बाघ ने दहशत मचा रखी हैं. गोहपारु एवं जैतपुर वन परिक्षेत्र के जंगल में पिछले 24 घंटे में अब तक तीन लोगो को उसने आपने हमले से घायल किया है. रविवार देर शाम एक तेंदूआ सोहागपुर थाना क्षेत्र के खेतौली के शोभा घाट में आ धमका.
जहां काफी संख्या में लोग पिकनिन मना रहे थे. तेंदूआ को अचानक देख लोग सहम गए. इस बीच जिस दिशा में तेंदूआ दिखा वहाँ से उसने अपना मूवमेंट बदला और दूसरी ओर से पिकनिक मनाकर लौट रहे एक ग्रुप के लोगो के ऊपर हमला कर दिया.
इस हमले में पुलिस महकमे में पदस्थ रेडियो ट्रांसमीटर सहायक उपनिरीक्षक नितिन समदरिया समेत आकाश कुशवाहा 23 वर्ष पुरानी बस्ती शहडोल तथा नंदिनी सिह 25 वर्ष निवासी ग्राम खतौली समेत कुछ अन्य लोग घायल हुए हैँ. घटना के बाद सभी को मेडिकल कॉलेज लाया गया.
युवती की पल्टा दी खोपड़ी
तेंदूआ ने सब से पहले आकाश के एक जांघ में हमला कर दाँत गड़ा दिया,फिर दूसरी जांघ में पंजे से हमला किया. हालांकि उसे ज्यादा चोट नही आई हैँ. हमले में सर्वाधिक चोट नंदिनी को आई है. बाघ ने उसके सिर के ऊपर इतना तेज हमला किया कि उसकी सिर की एक तरफ की खोपड़ी पलट गईं. वहीं पुलिसकर्मी के भी सिर में तेज हमला किया, उनके सिर में काफी गहरी चोट आई हैँ. प्राथमिक उपचार के बाद पुलिस कर्मी के परिजन उन्हें मेडिकल कॉलेज से रेफर कराकर कहीं दूसरे अस्पताल लेकर चले गए हैँ.
घायल ने बताईं आँखों देखी कहानी
तेंदूआ के हमले में मामूली रूप से घायल आकाश कुशवाहा 23 वर्ष, निवासी पुरानी बस्ती शहडोल ने बताया कि हम लोग करीब 50 से 60 कि संख्या में पिकनिक मनाने खेतौली के शोभा घाट गए हुए थे. शाम करीब 4 बजे के बाद जब हम सब लोग खाना पीना खाकर वापस अपनी गाड़ी की ओर बढ़ रहे थे तभी अचानक हमें एक तेंदूआ नजर आया.
हमें लगा कि तेंदूआ हमारी इतनी संख्या देखकर भाग जाएगा। हुआ भी कुछ ऐसा कि वह कुछ समय के लिए हमारी नजरो से ओझल हो गया.इसके बाद वह दूसरी ओर से अचानक आया और सबे पहले मेरे ऊपर हमला किया. किसी तरह मै वहाँ से जान बचा कर भागा. इसके बाद एक एक करके उसने कई लोगो के ऊपर हमला किया। जिसमे हमारे साथ गए पुलिसकर्मी नितिन व एक स्थानीय गाँव की युवती के सिर में तेज प्रहार किया. इसके अलावा तेंदूआ ने कई अन्य लोगो के ऊपर हमला किया.
चीखने के साथ यहां वहाँ भागने लगे लोग
हमले के बाद वहाँ लोगो में दहशत फ़ैल गईं. लोग चीखने के साथ यहां वहाँ भागना शुरु कर दिए. चारो ओर चीख पुकार मच गईं. जिसके बाद तेंदूआ हमारी नजरो से ओझल हुआ और जंगल की ओर चला गया. लोगों ने इस बाघ और तेंदूआ का रिस्कयू कराए जाने की मांग वन विभाग से की हैँ.