कांकेर जिले के शहरी इलाकों में तेंदुए को लेकर दहशत है। एक दिन पहले जिस इलाके में तेंदुए ने गाय को जिंदा मारकर खाया था, उसी इलाके से लगे कोडेजूंगा में 2 जुलाई को कुछ आवारा कुत्ते गायब हुए हैं। यहां के रहवासी को आंशका है कि तेंदुए ही कुत्तों को शिकार बना रहा है।
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने एक वीडियो बनाया है जो अब वायरल हो रहा है। जिसमें एक तेंदुआ बाउंड्री वॉल में चढ़कर मुंह फाड़ते नजर आया। लोगों को जब तेंदुए की मौजूदगी का पता चला तो वे अपने घरों में कैद हो गए है, बच्चों को बाहर नहीं निकलने दे रहे।
शहर के इन 2 इलाकों में खतरा
तेंदुओं की बढ़ती आबादी से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गांव से लेकर शहर तक पहाड़ी और रहवासी इलाकों में तेंदुए दिख रहे हैं। वर्तमान में हाउसिंग बोर्ड और कोडेजूंगा इन दो इलाकों में तेंदुए की पुष्टि हुई है।
घनी झाड़ी में छिपे होने की आशंका
वीडियो में भी तेंदुआ लोगों को देखकर भागने की बजाय वहां डटा रहा। इस स्थिति से डरकर लोग घरों में दुबके हुए हैं। कॉलोनी में कई स्ट्रीट लाइट्स खराब हैं, इससे घनी झाड़ी में तेंदुओं के छिपे होने की आशंका है।
अभी तक वन विभाग की कोई कार्रवाई नहीं
स्थानीय लोगों के मुताबिक, वन विभाग को सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है। गर्मियों के दौरान डुमाली, गढ़िया पहाड़, दुधावा और जंगलवार में तेंदुए के शावक देखे गए थे।
इन शावकों की उम्र अब 6 महीने से अधिक हो चुकी है। तेंदुओं की बढ़ती संख्या वन विभाग के लिए सकारात्मक संकेत है, लेकिन आबादी वाले क्षेत्रों में इनकी मौजूदगी चिंता का विषय बन गई है।