दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के बाद उन्होंने गुरुवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिल्लीवासियों को बड़ा संदेश दिया. अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि जीवन में बाधाएं आती रहती हैं, लेकिन वह दिल्ली के हितों के लिए संघर्ष करना कभी नहीं छोड़ेंगी. उन्होंने कहा कि अब सिर्फ मुख्यमंत्री आवास ही नहीं, बल्कि दिल्ली की सभी विधानसभा में जनसुनवाई होगी.
दरअसल, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर बुधवार सुबह जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान उनके कैंप कार्यालय में हमला हुआ. सीएम कार्यालय ने इस हमले को जान से मारने की साजिश करार दिया है. मौके पर मौजूद लोगों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. उस पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है और फिलहाल वह दिल्ली पुलिस की पांच दिन की हिरासत में है. पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है.
आज गुरुवार को रेखा गुप्ता ने एक्स पोस्ट में पुराना किस्सा बताते हुए लिखा, “मैं जब कॉलेज में थी, तब पापा ने मुझे कार चलाने के लिए दी. एक दिन बड़ा एक्सीडेंट हो गया. मैं डर गई और मुझे दुबारा कार को हाथ लगाने से डर लगने लगा. तब पापा ने कहा कि जीवन में दुर्घटनाएं होती रहती हैं, डरकर रुकना नहीं है. आप रास्ते पर चलना नहीं छोड़ सकती. आज उनकी वही सीख फिर याद आ रही है.”
उन्होंने बुधवार को हुए हमले का जिक्र करते हुए आगे लिखा, “कल फिर एक दुर्घटना हुई, लेकिन मैं दिल्लीवासियों के हितों के लिए लड़ना कभी नहीं छोड़ सकती. मेरे जीवन का हर क्षण और शरीर का हर कण दिल्ली के नाम है. मैं इन सभी अप्रत्याशित प्रहारों के बावजूद दिल्ली का साथ कभी नहीं छोड़ूंगी. वैसे भी, महिलाओं में तकलीफों से लड़ने की दोहरी ताकत होती है. उन्हें अपने आप को साबित करने के लिए अनगिनत परीक्षाएँ देनी पड़ती हैं. मैं भी तैयार हूं. अब जनसुनवाई केवल मेरे घर पर ही नहीं, दिल्ली की हर विधानसभा में होगी. आपकी मुख्यमंत्री, आपके द्वार.”
आरोपी ने कैसे दिया घटना को अंजाम?
बुधवार सुबह करीब 8:15 बजे मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अपने ‘जन सुनवाई’ कार्यक्रम में जनता की शिकायतें सुन रही थीं. माहौल सामान्य था. लोग अपनी-अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे थे. तभी राजेशभाई खिमजी अपनी फाइलें लेकर सीएम के सामने पहुंचा. शुरुआत में वह आम शिकायतकर्ता जैसा दिखा, लेकिन अचानक उसने सीएम का हाथ पकड़ने की कोशिश की और उन्हें धक्का देकर गिराने की मंशा दिखाई.
मौके पर मौजूद स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को दबोच लिया. देखते ही देखते माहौल में अफरातफरी मच गई. जनसुनवाई में आए कुछ लोगों ने दावा कि सीएम को थप्पड़ मारा गया, जबकि बाद में पुलिस ने साफ किया कि मामला धक्का-मुक्की और हाथ पकड़ने तक सीमित रहा.
आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज
आरोपी राजेश के खिलाफ सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता की धारा 109(1)/132/221 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने सरकारी कर्मचारी पर हमला करने के आरोप में बीएनएस की धारा 132, सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा डालने के आरोप में बीएनएस की धारा 221 और हत्या कोशिश के लिए धारा 109 के तहत मामला दर्ज किया है.
आरोपी राजेशभाई खिमजी पर पहले से ही 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से 3 मामले शराब तस्करी के हैं जबकि 2 मारपीट से जुड़े हुए हैं. कुछ मामलों में वह बरी भी हो चुका है. दिल्ली पुलिस अब उसकी पूरी आपराधिक पृष्ठभूमि खंगाल रही है. जांच एजेंसियां यह भी जानने की कोशिश कर रही हैं कि कहीं इस हमले के पीछे किसी संगठन या राजनीतिक समूह की साजिश तो नहीं है