उमरिया : जिला जेल उमरिया में सोमवार को एक अलग ही नजारा देखने को मिला, जब न्यायायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सरफराज खां ने जेल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान बंदियों के लिए विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया, जहां उन्हें उनके कानूनी अधिकारों और न्याय प्रक्रिया की जानकारी दी गई.
शिविर का माहौल तब और भी प्रेरणादायक हो गया, जब प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्था की बी.के. निशा बहन, नीलम अग्रवाल और एस.एल. राय ने बंदियों को आध्यात्मिक ज्ञान और सकारात्मक जीवनशैली का संदेश दिया. महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर उन्होंने बताया कि ज्ञान पर्व का महत्व क्या है और कैसे आत्मिक शांति और सदाचार जीवन में परिवर्तन ला सकते हैं.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
बंदियों को प्रेरित करते हुए उन्होंने अच्छे आचरण और व्यवहार बनाए रखने की सीख दी, जिससे वे भविष्य में समाज की मुख्यधारा में सम्मानजनक जीवन जी सकें.
इस अवसर पर जेल अधीक्षक डी.के. सारस, उप अधीक्षक माखन सिंह मार्को, जेलर सहित अन्य अधिकारी और प्रहरी भी मौजूद रहे.
निरीक्षण के दौरान न्यायाधीश ने जेल परिसर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और बंदियों की समस्याएं भी सुनीं। कुल मिलाकर, यह दिन जेल में कैदियों के लिए सिर्फ एक निरीक्षण का नहीं, बल्कि ज्ञान, आत्ममंथन और एक नई शुरुआत की प्रेरणा का दिन बन गया.