रीवा : एमपी में अब महिलाएं कानून का गलत इस्तेमाल करने लगी है. जब चाहे किसी को महिला सम्बन्धी अपराध में फंसा देना ज्यादा तर यह मामले घरेलू व जमीनी विवाद में देखने को मिलते है घरेलू विवाद और इसमें पुरुषो के उत्पीड़न का विषय, हमारे समाज में एक गंभीर समस्या है.
हाल ही में यूपी के बहुचर्चित सौरभ हत्याकांड जिसमे मुस्कान जो सौरभ की पत्नी थी उसने अपने आशिक के साथ मिलकर पति की हत्या कर के ड्रम में डालकर सीमेंट से पैक कर दिया था. तब से ड्रम कांड ने समाज में खलबली मचा दी है. यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि घरेलू विवाद कितनी भयानक स्थिति तक पहुंच सकता है. इसी संदर्भ में एक और मामला प्रकाश में आया है, जो अब रीवा जिले का है.
पुलिस अधीक्षक कार्यालय रीवा में पहुंचे हीरालाल साकेत नामक व्यक्ति ने अपनी ही पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा, “मेरी पत्नी बार-बार अपने मायके भाग जाती है और मुझे धमकी देती है. जब भी मैं उसे समझाने की कोशिश करता हूं, वह उल्टा मुझे ही डराने लगती है.”
हीरालाल का दावा है कि उनकी पत्नी और उसके मायके वाले उन्हें ड्रम कांड जैसी घटना से धमका रहे हैं. उनका कहना है कि उनकी पत्नी ने कहा, “जैसे ड्रम कांड में सीमेंट से पैक किया गया, तुम्हारे साथ भी वैसा ही होगा.” यह बयान स्पष्ट रूप से बताता है कि ड्रम कांड का खौफ अब व्यक्तिगत विवादों में हथियार के रूप में इस्तेमाल हो रहा है.
क्या है ड्रम कांड
ड्रम कांड यूपी की एक भयावह घटना थी, जिसमें एक महिला ने अपने पति की हत्या के बाद शव को ड्रम में बंद करके सीमेंट से पैक कर दिया गया था. यह घटना सामाजिक और कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाती है.
पत्नी की धमकी का असर
हीरालाल ने बताया कि उनकी पत्नी लगातार ड्रम कांड का जिक्र करके उन्हें डराने की कोशिश करती है. “उसने कहा कि घर में सीमेंट नहीं है, लेकिन एक दिन तुम्हारे लिए इंतजाम हो जाएगा. मुझे और मेरे बच्चों को जान का खतरा महसूस हो रहा है.”
हीरालाल ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन दिया है और सुरक्षा की मांग की है. उनका कहना है, “मैं चाहता हूं कि मैं और बच्चे सुरक्षित रहें. घरेलू विवाद को बातचीत और समझदारी से सुलझाया जाए.