बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज हुई कैबिनेट बैठक में सीतामढ़ी के पुनौरा धाम के विकास के लिए 883 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी मिल गई. इस योजना से पुनौरा धाम का अयोध्या की तर्ज पर विकास किया जाएगा, जिसमें एक भव्य मंदिर का निर्माण भी शामिल है. अगस्त तक शिलान्यास का लक्ष्य रखा गया है.
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में 24 एजेंडों पर मुहर लगी. जिनमें सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम को अयोध्या की तरह पूरी तरह से विकसित करने के लिए एक बड़ी योजना बनाई गई है. इस काम पर करीब 883 करोड़ रुपए खर्च होंगे. सीएम नीतीश ने खुद इस बात की जानकारी दी है. सरकार ने इस योजना को मंजूरी दे दी है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया साइट X पर लिखा कि मुझे बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि जगत जननी मां जानकी की जन्मस्थली पुनौरा धाम, सीतामढ़ी को समग्र रूप से विकसित किए जाने हेतु भव्य मंदिर सहित अन्य संरचनाओं के निर्माण की योजना को आज कैबिनेट से मंजूरी दे दी गई है. आज कैबिनेट में पुनौरा धाम के समग्र विकास के लिए तैयार की गई वृहद योजना के लिए 882 करोड़ 87 लाख रू॰ की स्वीकृति प्रदान की गई है. इस योजना का जल्द ही कार्यारंभ कर दिया जाएगा.
मुझे बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि जगत जननी मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम, सीतामढ़ी को समग्र रूप से विकसित किए जाने हेतु भव्य मंदिर सहित अन्य संरचनाओं के निर्माण की योजना को आज कैबिनेट से मंजूरी दे दी गई है। आज कैबिनेट में पुनौराधाम के समग्र विकास के लिए तैयार की गई
सीएम ने लिखा कि मैंने अगस्त महीने तक इसका शिलान्यास कराने का निर्देश दिया है. हम लोग पुनौरा धाम, सीतामढ़ी में भव्य मंदिर निर्माण शीघ्र पूरा करने हेतु कृतसंकल्पित हैं. इसका श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अयोध्या की तर्ज पर समग्र विकास किया जाएगा. पुनौरा धाम में मां जानकी के भव्य मंदिर का निर्माण सभी देशवासियों के लिए तथा विशेष रूप से हम सभी बिहारवासियों के लिए सौभाग्य एवं गर्व की बात है.
एक हफ्ते में दूसरी कैबिनेट बैठक
विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, ठीक है वैसे ही सरकार भी अपना काम तेज कर रही है. यही कारण है कि लगातार बैठक हो रही है. नीतीश कैबिनेट की पिछली बैठक 24 जून को हुई थी, जिसमें कुल 46 एजेंडों पर मुहर लगी थी.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के चुनाव में इस्तेमाल होने वाले मतपत्र छापने के लिए बिहार सरकार ने तय किया है कि कोलकाता की सरस्वती प्रेस लिमिटेड से छपाई कराई जाएगी.