बिहार में शराबबंदी कानून के बावजूद गया जी जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. SSP कार्यालय परिसर से भारी मात्रा में सील बंद शराब की बोतलें बरामद हुई हैं. यह घटना तब सामने आई जब एक्साइज विभाग को गुप्त सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस और विभाग की संयुक्त टीम ने मंगलवार को छापा मारा.
बाउंड्री वॉल टूटी मिली, अंदर छिपाई गई थीं शराब की बोतलें
SSP अमित कुमार ने बताया कि छापेमारी के दौरान कार्यालय परिसर की बाउंड्री वॉल का एक हिस्सा टूटा हुआ मिला और वहां दो-तीन कार्टन में शराब की बोतलें छिपाकर रखी गई थीं. यह घटना शराबबंदी कानून की सीधी अवहेलना मानी जा रही है, क्योंकि बिहार सरकार ने अप्रैल 2016 में राज्य में शराब की बिक्री और सेवन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था.
दो पुलिसकर्मियों को हिरासत में लिया गया, फिर छोड़ा गया
छापेमारी के समय परिसर में मौजूद दो पुलिसकर्मी मौके से भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया. बाद में ब्रेथ एनालाइजर से जांच करने पर उनके शरीर में शराब की कोई मात्रा नहीं पाई गई और कुछ जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया
SIT गठित, जांच शुरू
SSP अमित कुमार ने कहा कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है. SIT यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि शराब की ये बोतलें परिसर में कैसे पहुंचीं, इन्हें कौन लेकर आया और इसके पीछे किसका हाथ है.
बिहार में शराबबंदी कानून
बिहार में शराबबंदी कानून के तहत शराब का सेवन, बिक्री या संग्रह अपराध माना जाता है. यदि कोई सरकारी परिसर में इस तरह की अवैध गतिविधि करता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान है.
इस मामले ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. आने वाले दिनों में जांच रिपोर्ट के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि इस मामले के पीछे कौन लोग जिम्मेदार हैं.