काशी के ब्रह्म निवास मठ में लिथुआनिया के नागरिक हेनरिक्स ने ईसाई धर्म को छोड़ कर सनातन धर्म में घर वापसी की लिथुआनिया की एक सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद उन्हें स्वप्न में श्री कृष्ण के दर्शन हुए और वो प्रभावित होके गीता पढ़ने लगे और अध्यात्म से प्रभावित होकर सनातन धर्म से जुड़ने की इच्छा लेकर वाराणसी आए.
इनकी सनातन धर्म में दीक्षा एवं घर वापसी अखिल भारतीय संत समिति के महामन्त्री स्वामी जीतेन्द्रानन्द सरस्वती जी, श्री काशी विद्वत परिषद के महामन्त्री प्रोफेसर राम नारायण दिवेदी ने कराई.
सनातन में वापसी के बाद हेनरिक्स का नाम केशव और उनका गोत्र कश्यप रखा गया. दीक्षा कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी, सुरेश दीक्षित, बाल दत्त पांडे (जिला उपाध्यक्ष भाजपा) सुश्री आयुषी सरकार एवं श्रीमती चुमकी सरकार मौजूद रहे.आचार्य के रूप में अनूप शर्मा एवं कमलेश महाराज उपस्थित रहे