Amit Shah In Bank Conclave: पूर्वोत्तर भारत में बैंक कॉनक्लेव में शिरकत करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने देश के 25 बैंकों से आए दो सौ से ज़्यादा प्रतिनिधियों से कहा, “पूर्वोत्तर भारत को आंकड़ों से नही बल्कि संवेदना से देखना चाहिए. राष्ट्रहित में कई कदम उठाने चाहिए और उनमें से एक है बैंको की नियमावली में पूर्वोत्तर के लिए विशेष ध्यान और अलग स्वरूप मे बनाए गए आर्थिक नियम.”
अमित शाह ने कहा, “ सुखस्य मूलं धर्मः, धर्मस्य मूलं अर्थः चाणक्य का ये सिद्धांत है. वही राज्य सुखी रह सकते हैं जो कर्तव्य पथ पर चलते हैं. पीएम मोदी के 10 साल के भीतर भारत 11वें नंबर से पांचवे नंबर की अर्थव्यवस्था हो गई है. हमें विकसित राष्ट्र की कल्पना करनी होगी. हर व्यक्ति देश के विकास में योगदान करे यही होना चाहिए.”
‘2047 तक भारत पूर्ण विकसित देश बने’
गृह मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने एक परिकल्पना की है कि 2047 तक भारत पूर्ण विकसित देश बने. हर व्यक्ति को इसकी चिंता करना होगी. सरकार के काम पर जोर देते हुए उन्होंने बताया, “10 साल के पहले का नॉर्थ ईस्ट और अब समय बदल चुका है. मोदी सरकार के 10 साल कार्यकाल में नॉर्थ ईस्ट की हिंसा में 71 फीसदी कमी आई है. देश नॉर्थ ईस्ट की राह देख रहा है. नॉर्थ ईस्ट का विकास हम सब की जिम्मेदारी है. नार्थ ईस्ट में कई तरीके का पोटेंशियल है.”
‘नॉर्थ ईस्ट बनेगा निर्यात का गेटवे’
अमित शाह ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट विकसित भारत का गेटवे बनेगा. आने वाले 25 साल में पूरे देश के भरोसे का गेटवे बनेगा. नॉर्थ ईस्ट निर्यात का गेटवे बनेगा. नॉर्थ ईस्ट और पूरे देश की गाइडलाइंस एक नहीं होना चाहिए. नार्थ ईस्ट की परिस्थिति को देखते हुए फाइनेंस के लिए अलग से गाइडलाइंस बनाई जाना चाहिए. इसे एक ही तराजू में नहीं तौलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने पहल करके बंग्लादेश से वार्ता कर बंग्लादेश और भारत के कांक्लेव का एक्सचेंज किया और उसका नतीजा चिटगांग में देखने को बढ़ा है वहां कारोबार बढ़े हैं. आज नॉर्थ ईस्ट में कुछ भी उत्पादन करो चिटगांग का दरवाजा एक्सपोर्ट के लिए खुल गया है. नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी पूरी हो चुकी है. विकास की योजनाएं आगे बढी हैं. स्थिरता भी आई है. पीएम मोदी 65 बार नॉर्थ ईस्ट आए हैं. मिनिस्टर ने 700 से ज्यादा रातें बिताई हैं. ये जताता है कि भारत सरकार का नॉर्थ ईस्ट के लिए कमिटमेंट क्या है. अगले 10 साल तक 20 फीसदी की दर से नॉर्थ ईस्ट में ग्रोथ होगा. यूपीआई का सबसे बड़ा फायदा यहीं होगा. नॉर्थ ईस्ट में 80 फीसदी कनेक्टिविटी पूरी हो चुकी है.