बिजनौर के नजीबाबाद में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहाँ प्यार से शुरू हुआ रिश्ता एक खौफनाक मोड़ पर जाकर खत्म हुआ—मौत के साथ. जिस पत्नी के साथ सात फेरे लेकर दीपक कुमार ने जिंदगी की नई शुरुआत की थी, उसी ने उसे मौत की नींद सुला दिया.
प्यार की शुरुआत
दीपक कुमार, जो रेलवे स्टेशन नजीबाबाद पर टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत थे, और शिवानी उर्फ जूली के बीच बीते 5-6 सालों से प्रेम संबंध थे. जब 2021 में दीपक की एसएसबी में भर्ती हुई, तो परिवार वालों ने इस रिश्ते को ठुकरा दिया. लेकिन मोहब्बत ने हार नहीं मानी. जनवरी 2024 में दीपक और शिवानी ने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी कर ली. शादी के बाद दोनों मोहल्ला आदर्शनगर, नजीबाबाद में किराये के मकान में रहने लगे.
शक ने ली जानलेवा शक्ल
शुरू-शुरू में सब कुछ ठीक चला, लेकिन फिर रिश्ते में दरारें आने लगीं. दीपक अपने काम में व्यस्त रहता और शिवानी को लगता कि वह उसे नज़रअंदाज़ कर रहा है. शिवानी को शक था कि दीपक किसी और लड़की से बात करता है, और यही शक धीरे-धीरे नफरत में बदलने लगा.
4 अप्रैल की दोपहर—साजिश का दिन
घटना वाले दिन, यानी 4 अप्रैल 2025 को, दीपक ने शिवानी से कहा कि वह उसे गांव छोड़ देगा. इसी बात पर दोनों में फिर बहस हुई. इसी झगड़े के बीच शिवानी ने एक भयानक फैसला लिया—अपने ही पति की हत्या का.
शिवानी जानती थी कि दीपक अक्सर नींद की गोलियाँ घर लाता है. उसने उसी का इस्तेमाल करने की ठानी. पूजा का बहाना बनाकर उसने व्रत का प्रसाद तैयार किया, जिसमें चार नींद की गोलियाँ मिला दीं. जैसे ही दीपक ने वह प्रसाद खाया, वह बेहोश हो गया. इसके बाद शिवानी ने तकिये से उसका दम घोंट दिया.
झूठी कहानी और पुलिस की सच्चाई
घटना के बाद शिवानी ने पहले शव को छिपाने की कोशिश की, फिर शोर मचाकर दीपक के भाई मुकुल को फोन किया और बताया कि दीपक की तबीयत अचानक खराब हो गई है. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस झूठ को उजागर कर दिया—दीपक की मौत का कारण “दम घुटना” पाया गया.
इसके बाद पुलिस ने जब जांच की तो सारी परतें खुलती चली गईं. पुलिस ने आरोपी पत्नी शिवानी उर्फ जूली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
एसपी सिटी ने किया खुलासा
पूरा मामला एसपी सिटी ने प्रेस वार्ता के दौरान उजागर किया और बताया कि कैसे एक पत्नी ने अपने पति की हत्या कर उसे बीमारी का रूप देने की कोशिश की, लेकिन कानून के हाथ लंबे निकले.
कहानी का अंत एक सबक के साथ
इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया कि प्यार और शक जब एक साथ चलते हैं, तो अंजाम अक्सर खौफनाक होता है. रिश्तों में भरोसे की डोर जब टूटती है, तो वह जिंदगी को भी खत्म कर सकती है.