बेमेतरा जिले में कम बारिश के कारण बिजली आपूर्ति में गंभीर समस्या पैदा हो गई है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को अपनी फसल की सिंचाई के लिए बिजली की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जबकि शहरी इलाकों में भी अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। किसान और आम लोग बिजली की बढ़ती समस्या से परेशान हैं और नए ट्रांसफार्मरों की मांग कर रहे हैं।
बेमेतरा जिले में बिजली कंपनी के दो संभाग हैं—बेमेतरा और साजा। इन दोनों संभागों में लगभग 300 नए ट्रांसफार्मरों की आवश्यकता है, जिसमें सबसे अधिक 100 और 25 केव क्षमता वाले ट्रांसफार्मर शामिल हैं। हालांकि, अभी तक इन ट्रांसफार्मरों की आपूर्ति नहीं हो पाई है।
साजा विधायक ईश्वर साहू ने कहा कि जिले में बारिश कम हुई है, जिसकी वजह से बिजली की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। उन्होंने बताया कि घरों में कूलर और पंखा चलाने के साथ-साथ खेतों में पंप चलाने के लिए किसानों को बिजली की जरूरत पड़ रही है। अत्यधिक लोड के कारण मौजूदा ट्रांसफार्मर अक्सर खराब हो जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार और बिजली विभाग इस ओर ध्यान दे रहे हैं और लोगों की शिकायतों का समाधान किया जा रहा है।
बेमेतरा कलेक्टर रणवीर शर्मा ने बताया कि जिले में बिजली के दो संभाग आते हैं और उन्होंने बिजली कंपनी के अधिकारियों से चर्चा कर ट्रांसफार्मर की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य शासन ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराता है, लेकिन कभी-कभी क्षमता के अनुसार ट्रांसफार्मर उपलब्ध नहीं हो पाते, जिससे समस्याएं पैदा होती हैं।
इस वर्ष बेमेतरा जिले में पूरे प्रदेश में सबसे कम बारिश हुई है। जिले में सबसे अधिक धान की खेती होती है और धान की सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिलने से किसान चिंतित हैं। विशेषकर तुमा, बाघुल और अंधियारखोर क्षेत्रों में बिजली की अधिक आवश्यकता है।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जारी बिजली संकट के कारण लोगों को दैनिक जीवन में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन और बिजली विभाग की ओर से समस्या का समाधान किया जा रहा है, लेकिन ट्रांसफार्मर की तत्काल उपलब्धता की जरूरत है।