हनुमान जी की जन्मस्थली कर्नाटक से किष्किंधा रथयात्रा लेकर संभल के प्राचीन कार्तिकेय महादेव मंदिर पहुंचे गोविंदानंद सरस्वती महाराज ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में दर्शन-पूजन किया. इस दौरान रथयात्रा को मुस्लिम बहुल खग्गू सराय इलाके में घुमाया गया. यात्रा के बीच में सीओ अनुज चौधरी का अलग अंदाज देखने को मिला, जिसकी अब चर्चा हो रही है.
दरअसल, किष्किंधा रथयात्रा को लेकर संभल पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात रहे. खुद सीओ अनुज चौधरी हाथ में गदा लेकर रथयात्रा के आगे-आगे चल रहे थे. इसका वीडियो भी सामने आया है.
वहीं, हाथ में गदा लेकर चलने के सवाल पर सीओ ने कहा कि रथयात्रा के सामने खड़े रहने के दौरान गुरु जी ने इसे उनके हाथ में दे दिया था. वर्दी में गदा हाथ में लेना कोई पाप तो नहीं है. सनातन के साथ-साथ अन्य सभी लोगों को सुरक्षा-व्यवस्था देने के लिए हम यहां पर मौजूद हैं. कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई, सबकुछ शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ.
आपको बता दें कि हनुमान जी की जन्म स्थान किष्किंधा से चली रथयात्रा भगवान कल्कि की स्थली संभल पहुंची है. यहां पर रथयात्रा का भव्य स्वागत हुआ. बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े और भजन-कीर्तन करते हुए इस रथयात्रा का हिस्सा बने. ये यात्रा 46 साल बाद प्रशासन द्वारा खुलवाए गए खग्गू सराय के प्राचीन कार्तिकेय महादेव मंदिर भी पहुंची.
श्री राम, जय राम, जय जय राम और जय बजरंगबली के जयकारों के बीच गोविंदानंद सरस्वती महाराज भगवान हनुमान जी की प्रतिमा को लेकर प्राचीन मंदिर में गए. विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया. इस पूरे कार्यक्रम के दौरान कई थाना प्रभारी और भारी संख्या में पुलिस के जवान तैनात रहे. यात्रा समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर के सामने से भी गुजरी.
इन सबके बीच ‘आजतक’ से बात करते हुए स्वामी गोविंदानंद सरस्वती ने कहा कि भगवान के ज्यादातर अवतार भारतवर्ष में ही हुए हैं. स्कंद पुराण में संभल में भगवान कल्कि के अवतार को लेकर स्पष्ट उल्लेख है. जैसे रामजन्मभूमि, कृष्ण जन्मभूमि चमक रही है अब वैसे ही भविष्य के 10वें अवतार की स्थली का भी उद्धार होना चाहिए.
स्वामी गोविंदानंद ने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि जैसे अयोध्या को विकसित किया है वैसे ही भगवान कल्कि के अवतार के लिए जानी जाने वाली संभल की धरती को भी डेवलप किया जाए.