बिहार की राजधानी पटना के अगमकुंआ थाना क्षेत्र के धनकी मोड़ के पास अपराधियों ने एशिया हॉस्पिटल की संचालिका सुरभि राज की उनके चेंबर में सात गोली मारकर हत्या कर दी. दिनदहाड़े हुई इस वारदात से इलाके में दहशत का माहौल है. अपराधियों ने सुरभि राज पर ताबड़तोड़ सात गोलियां दागीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं, आनन-फानन में उन्हें पहले अपने ही अस्पताल के ICU में भर्ती किया गया. जहां एक्सरे में उनके शरीर में तीन गोली की मौजूदगी सामने आई. वहीं, करीब एक घंटा बाद जब उनकी हालत और बिगड़ गई तो सुरभि को उनके अस्पताल से करीब 25 किलो मीटर दूर एम्स ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. वहीं, इस हत्याकांड के बाद कई सवाल भी उठने लगे हैं. साथ ही अस्पताल के स्टाफ भी शक के दायरे में आ गए हैं.
हत्याकांड पर इसलिए उठ रहे सवाल?
घटनास्थल के आसपास कई बड़े अस्पताल थे. बावजूद उन्हें 25 किलोमीटर दूर एम्स ले जाया गया. वहीं, जब उनकी मौत हो गई तब अस्पताल स्टाफ की तरफ से पुलिस को सूचना दी गई. जब पुलिस घटना स्थल पर पहुंची, तब तक अस्पताल प्रबंधन ने खून के निशान को साफ कर दिया था. जिसके बाद डॉग स्कवायड की टीम और FSL की टीम को बुलाया गया और जांच शुरू किया गया. लेकिन कुछ नहीं मिला.
इसके अलावा अस्पताल प्रबंधन के सभी स्टाफ एक ही रट लगाते रहे कि उन्हें कुछ पता नहीं चला की गोली कब चली. जबकि घटना के वक्त संचालिका सुरभि राज के बगल वाले रूम में 10 से 15 स्टाफ का प्रशिक्षण शिविर चल रहा था. फिर भी किसी ने गोली चलने के आवाज क्यों नहीं सुनी? क्या सोची समझी साजिश के तहत अस्पताल संचालिका की हत्या कर खून के छींटे की सफाई कर दी गई. साथ ही सभी स्टाफ को समझा दिया गया कि पुलिस जब आएगी तो क्या कहना है. क्योंकि सभी एक ही बात की रट लगाए हुए थे कि मुझे कुछ पता नहीं चला और गोली कब चली.
सफाई वाली से खून की उल्टियां बताकर कराई गई सफाई
घटना करीब तीन बजे हुई थी. ऐसे सवाल उठता है कि अस्पताल में लगे सभी सीसीटीवी को बंद क्यों किया गया था. हालांकि अस्पताल संचालिका के रूम के आसपास एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था. वहीं, पुलिस ने स्टाफ से काफी पूछताछ भी की, लेकिन संतुष्ट जवाब नहीं मिला. पुलिस का कहना है कि घटनास्थल से पांच से छः गोली के खोखे अस्पताल प्रबंधन ने दिया था. अस्पताल में साफ-सफाई का काम करने वाली महिला ने बताया कि वो जब दिन में तीन बजे घर गई तो अस्पताल के एक स्टाफ ने फ़ोन पर उन्हें बताया की सुरभि राज मैडम खून की उल्टी कर रही हैं. जिसके कारण मैडम के रूम में खून फ़ैल गया है. उसे साफ करना है.
साफ सफाई करने वाली कर्मचारी तेतड़ी देवी ने पूरी बात पत्रकारों को बताते हुए कहा कि जब खून साफ कर रही थी तो फर्स पर उन्हें, पांच खोखा मिला था. अब सवाल उठता है की जिस रूम में हत्या हुई उसके ठीक बगल वाले रूम में पंद्रह लोगों का प्रशिक्षण शिविर चल रहा था और किसी ने कैसे एक भी गोली चलने की आवाज नहीं सुनी? उसके बाद खून के सभी धब्बे साफ क्यों कर दिया गया.
फ़िलहाल पुलिस अगल-बगल के मकान में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है, ताकि अपराधियों की पहचान की जा सके. साथ ही पुलिस व्यावसायिक रंजिश और निजी दुश्मनी जैसे तमाम एंगल से जांच कर रही है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
मर्डर पर गरमाई सियासत
पटना में हॉस्पिटल संचालिका को गोली मारे जाने की घटना को बीजेपी ने निंदनीय बताया है. बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि 24 घंटे के अंदर अपराधी पकड़े जाएंगे. अपराधियों को कड़ी सजा सरकार दिलाएगी. बिहार में संगठित अपराध नहीं है. ऐसी घटनाएं कहीं भी हो सकती हैं. लेकिन एनडीए सरकार इसे भी बर्दाश्त नहीं करेगी. वहीं आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने घटना को लेकर सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज खत्म हो चुका है. अपराधियों को संरक्षण देने वाले लोग आज भी 2005 के पहले के बिहार की चर्चा कर गलत बयानबाजी कर रहे हैं.