गुजरात के पाटण स्थित धारपुर मेडिकल कॉलेज में रैगिंग से मौत होने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. सीनियर्स द्वारा की गई रैगिंग की वजह से फर्स्ट इयर के मेडिकल छात्र, अनिल मेथाणीया की मौत हो गई. इस घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने 15 सीनियर छात्रों को निलंबित कर दिया है. रैगिंग लेने वाले सीनियर्स के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है.
तीन घंटे तक खड़े रहने के बाद बेहोश हुआ छात्र
धारपुर मेडिकल कॉलेज के एडीशनल डीन ने पाटण पुलिस को इस मामले में शिकायत दी थी. शिकायत में बताया गया कि 1 नवंबर को अनिल मेथाणीया की मौत हो गई थी, जिसके बाद कॉलेज के डीन हार्दिक शाह ने एक एंटी-रैगिंग कमिटी का गठन किया था. कमिटी ने जांच शुरू की, जिसमें प्रथम वर्ष के छात्रों ने बताया कि सीनियर छात्रों ने उन्हें रात 8:30 बजे अपने साथ इंट्रोडक्शन के लिए बुलाया था. इस दौरान उन्हें फिल्मी गाने गाने और डांस करने के लिए मजबूर किया गया, साथ ही उन्हें गालियां दी गईं और तीन घंटे तक खड़ा रखा गया. इस दौरान अनिल की तबियत खराब हो गई और वह चक्कर खाकर गिर पड़े. इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई.
कॉलेज ने सीनियर्स को किया निलंबित
कॉलेज कमिटी ने अन्य सीनियर छात्रों से भी पूछताछ की, जिन्होंने वही जानकारी दी जो पहले वर्ष के छात्रों ने दी थी, जिससे रैगिंग की घटना की पुष्टि हो गई. इसके बाद कमिटी ने 15 सीनियर छात्रों को निलंबित कर दिया है. इस घटना की शिकायत के बाद पाटण पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिनमें 105, 127(2), 189(2), 190, और 296(b) शामिल हैं. डिप्टी एसपी के के पंड्या ने कहा कि पुलिस अब कॉलेज के सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी.
कॉलेज प्रशासन का कहना है कि उन्होंने सीनियर छात्रों को एकेडमिक और होस्टल गतिविधियों से निलंबित कर दिया है, ताकि मामले की जांच पूरी निष्पक्षता से की जा सके. एंटी-रैगिंग कमिटी ने रैगिंग की पुष्टि की है और इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जा रही है.