मऊगंज: तहसील में चर्चित गाली-गलौज विवाद के बाद बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई सामने आई है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में तहसीलदार बीरेन्द्र कुमार पटेल द्वारा ग्रामीणों के साथ अभद्रता और गाली-गलौज करने का मामला तूल पकड़ते ही रीवा संभागायुक्त ने उन्हें निलंबित कर दिया था. अब कलेक्टर मऊगंज ने उनके स्थान पर नायब तहसीलदार उमाकांत शर्मा को तहसीलदार मऊगंज का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है.
जनता का भरोसा टूटा
यह पहली बार नहीं है जब मऊगंज तहसील प्रशासन विवादों में घिरा हो. तहसीलदार बी.के. पटेल का वीडियो सामने आने के बाद आम जनता का भरोसा प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गहरा आघात हुआ है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब शिकायत दर्ज कराने पर ही अधिकारियों का गुस्सा फूटने लगे तो फिर आम नागरिक न्याय की उम्मीद किससे करें?
उमाकांत शर्मा पर जिम्मेदारी
कलेक्टर कार्यालय से जारी आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि तहसील मऊगंज के प्रशासनिक और न्यायिक कार्यों के सुचारु संचालन के लिए उमाकांत शर्मा को तत्काल प्रभाव से प्रभार सौंपा गया है. अब लोगों को उम्मीद है कि नया प्रभारी तहसीलदार जनता की समस्याओं को गंभीरता से सुनेगा और पारदर्शिता लाएगा.
प्रशासन की किरकिरी
गाली-गलौज का वीडियो जिस तेजी से वायरल हुआ, उसने पूरे संभाग में प्रशासन की छवि धूमिल की है। एक ओर सरकार जनसुनवाई और पारदर्शिता की बातें करती है, वहीं दूसरी ओर मैदानी स्तर पर अधिकारी ही जनता को गालियां देने पर उतर आते हैं. यह स्थिति न केवल शर्मनाक है बल्कि प्रशासन की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करती है.