Madhya Pradesh: मऊगंज जिले में पुलिस पर हमला और दो लोगों की हत्या के मामले को राज्य पुलिस ने गंभीरता से लिया है, इसी क्रम में राज्य पुलिस के मुखिया कैलाश मकवाना रीवा पहुंचे। उन्होंने इस घटना को लेकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की और घटना की पूरी जानकारी ली.
इसके बाद डीजीपी कैलाश मकवाना संजय गांधी अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने हमले में घायल तहसीलदार, थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों का हालचाल जाना। इस दौरान पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछने की कोशिश की, लेकिन डीजीपी सभी सवालों का जवाब नहीं दे पाए.
कल मऊगंज जिले के साहपुर थाना क्षेत्र में एक आदिवासी परिवार ने कथित तौर पर एक युवक की हत्या कर दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर भी हमला किया गया। इस हमले में एसएफ के एएसआई की मौत हो गई, जबकि तहसीलदार समेत एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए.
घटना के बाद राज्य पुलिस के मुखिया कैलाश मकवाना रीवा पहुंचे और घायलों से मुलाकात कर मामले की जानकारी ली। संजय गांधी अस्पताल से वे सीधे मऊगंज के लिए रवाना हुए, जहां उन्होंने घटना की जांच और कानून व्यवस्था का जायजा लिया. घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं, यह भी कहा जा रहा है कि, राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस और प्रशासन ठीक से काम नहीं कर पा रहा है। साथ ही यह भी आरोप है कि स्थानीय थानों में प्रभावशाली लोगों का दबदबा है, जिसके चलते पुलिस निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई नहीं कर पा रही है। इस घटना ने सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर इस तरह के हमले क्यों हो रहे हैं और क्या इसके लिए पुलिस-प्रशासन पर राजनीतिक दबाव जिम्मेदार है, साथ ही लंबे समय से क्षेत्र में आईजी की नियुक्ति न होना भी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है.
मऊगंज की यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि प्रशासनिक तंत्र की कार्यप्रणाली और राजनीतिक हस्तक्षेप पर भी गंभीर चिंता जताती है, उम्मीद है कि राज्य सरकार और पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.