मध्य प्रदेश : बिजली बिल में बड़ा बदलाव, जानें कौन हुआ फायदे में और किसे लगा झटका

मैहर : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बिजली की नई दर शनिवार रात तय हो गई. महीने में 50 यूनिट तक बिजली जलाने वालों को 18 पैसे तो 150 यूनिट तक खपत करने पर 26 पैसे प्रति यूनिट महंगी पड़ेगी.

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बिजली कंपनी ने औसत 7.52% दर वृद्धि की मांग की थी। आयोग ने निम्न और मौसमी उच्च दाब पर राहत देते हुए न्यूनतम प्रभार खत्म किया. मीटरिंग प्रभार नहीं देना होगा. स्मार्ट मीटर वालों को सोलर अवधि में ऊर्जा प्रभार में 20% छूट मिलेगी.

पीक ऑवर में महंगी बिजली की शुरुआत कर दी गई है। अभी 10 किलोवाट से अधिक भार पर लागू होगी. निम्न श्रेणी के घरेलू व सामान्य जल प्रदाय, सड़क-बत्ती, एचवी-6 श्रेणी के उपभोक्ता को टाइम ऑफ डे टैरिफ में लाया गया है. प्रीपेड उपभोक्ता की छूट आयोग ने बरकरार रखी है। बिजली कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 58,744 करोड़ रुपए की मांग की थी। आयोग ने 57,732.6 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं.

100 यूनिट पर 24 रूपए बढ़

घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तक 24 रुपए तक बढ़ाया गया हैं. पर इन्हें अटल गृह ज्योति योजना में पूर्ववत 100 रुपए का भुगतान करना है. बढ़ी राशि सरकार बतौर सब्सिडी देगी.

20 फीसद की छूट:

ऐसे उपभोक्ता, जो जिनके परिसर में सौर उर्जा संयंत्र लगे हैं और वे उपयोगी भी है, उन्हें बिजली कंपनियां टैरिफ में 20 फीसद तक की छूट देगी. यह छूट तभी मिलेगी, जब स्मार्ट मीटर होगा.

महाराष्ट्र, कर्नाटक ने सस्ती की बिजली:

महाराष्ट्र व कर्नाटक ने आम उपभोक्ताओं के लिए बिजली सस्ती की है. हाल ही में दोनों राज्यों ने नया टैरिफ प्लान जारी किया, जिसमें 50 पैसे से लेकर 2.50 रुपए तक की कटौती की है.

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