पन्ना: नेशनल हाइवे-39 पर शनिवार सुबह एक यात्री बस खाई में गिर गई. हादसा स्टेरिंग फेल होने की वजह से हुआ, लेकिन गनीमत रही कि बस एक पेड़ से टकराकर रुक गई और सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकल आए.
पन्ना-छतरपुर मार्ग पर स्थित भैरव टेक घाटी, जिसे लोग हादसों की घाटी भी कहते हैं, शनिवार सुबह एक बार फिर हादसे का गवाह बनी. सुबह करीब 8 बजे प्राची कोच सर्विस की यात्री बस (एमपी-16, पी-0419) पन्ना से छतरपुर जा रही थी. बस में आधा दर्जन से ज्यादा यात्री सवार थे.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जैसे ही बस मडला घाटी के पास पहुंची, सड़क पर बने बड़े गड्डों के कारण बस का स्टेरिंग अचानक फेल हो गया. साइड सोल्डर न होने की वजह से बस अनियंत्रित होकर खाई में उतर गई. खाई में जाते ही बस एक पेड़ से टकराकर रुक गई, जिससे बड़ा हादसा टल गया और सभी यात्रियों की जान बच गई.
इस घटना में दो यात्रियों को मामूली चोटें आईं, जिन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया. बाकी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं. हादसे के तुरंत बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया. आसपास से गुजर रहे राहगीरों ने हिम्मत दिखाते हुए बस में फंसे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला.
स्थानीय लोगों ने बताया कि नेशनल हाइवे-39 पर बनी यह घाटी लंबे समय से दुर्घटनाओं का केंद्र बनी हुई है. सड़क पर गहरे गड्ढे, टूटी-फूटी सड़क और साइड सोल्डर की कमी आए दिन हादसों को दावत देती है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार प्रशासन और संबंधित विभाग को शिकायत की गई, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं.
लोगों का कहना है कि यदि सड़क की मरम्मत और चौड़ीकरण समय पर हो जाता, तो ऐसे हादसे टाले जा सकते थे. यात्रियों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि तुरंत इस मार्ग की मरम्मत कराई जाए और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं.
तो पन्ना-छतरपुर मार्ग पर बड़ा हादसा होते-होते टल गया. गनीमत रही कि पेड़ से टकराकर बस रुक गई और यात्रियों की जान बच गई. लेकिन यह घटना एक बार फिर नेशनल हाइवे-39 की बदहाल हालत और प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल खड़े करती है.